श्री सिद्धिविनायक आरती

इस ब्लॉग में पढ़िए श्री सिद्धिविनायक आरती के सम्पूर्ण भजन लिरिक्स हिंदी में। मंगलमूर्ति गणपति बप्पा की आरती भक्तिपूर्वक गाने के लिए पवित्र शब्द।

श्री सिद्धिविनायक आरती

 

 श्री सिद्धिविनायक आरती

जय देव जय देव
जय श्री सिद्धिविनायक
मंगल मूर्ति मोरया
जय मंगल मूर्ति मोरया।।

करुणा कर, कृपा कर
संकट हर, विघ्न हरो
सर्व सुखदाता तू ही
सर्वकला भरपूरा।।

जय देव जय देव
जय श्री सिद्धिविनायक
मंगल मूर्ति मोरया
जय मंगल मूर्ति मोरया।।

गजमुख चतुर्भुज धारी
लड्डू मोदक प्रिय प्यारे
भक्तों के संकट हारे
दीनों के तू सहारे।।

जय देव जय देव
जय श्री सिद्धिविनायक
मंगल मूर्ति मोरया
जय मंगल मूर्ति मोरया।।

सिद्धि बुद्धि तूझे सेवित
गजानन नमो नमः
सकल विघ्न विनाशक
सुखदाता नमो नमः।।

जय देव जय देव
जय श्री सिद्धिविनायक
मंगल मूर्ति मोरया
जय मंगल मूर्ति मोरया।।


आरती समाप्ति पंक्ति:

आरती श्री सिद्धिविनायक की,
जो कोई गावे मन से।
कहत शिवानंद स्वामी,
मनवांछित फल पावे।।


यह आरती विशेष रूप से मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में प्रतिदिन गाई जाती है और पूरे भारत में गणेश भक्तों के बीच अत्यंत पूजनीय है।