टैरिफ वार देश के लिए अवसर, अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन अगले साल से भारत में बनाएगी एपल
टैरिफ युद्ध के बीच भारत में आईफोन बनाने की ओर कदम बढ़ा रही है एपल। जानिए कैसे यह कदम भारत के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है और इसके फायदे क्या होंगे।

एपल (Apple), जो कि दुनिया के सबसे बड़े स्मार्टफोन निर्माता ब्रांडों में से एक है, ने आगामी 2024 से अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन को भारत में बनाने की योजना बनाई है। इस फैसले का मुख्य कारण अमेरिका और चीन के बीच चल रहे टैरिफ युद्ध और भारत में बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग क्षमता है। यह कदम न केवल एपल के लिए बल्कि भारत के लिए भी एक बड़ी जीत साबित हो सकता है।
1. टैरिफ युद्ध और उसके प्रभाव
अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक विवाद और टैरिफ युद्ध के चलते अमेरिका में आयात होने वाले चीनी सामान पर अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है। इससे एपल जैसी कंपनियों को उच्च लागत का सामना करना पड़ रहा है। अमेरिका में स्मार्टफोन बनाने की बजाय, कंपनियां अब भारत, वियतनाम, और मलेशिया जैसे देशों में अपने उत्पादों का उत्पादन करने पर विचार कर रही हैं, ताकि वे अमेरिकी बाजार में प्रतिस्पर्धी मूल्य पर सामान बेच सकें।
भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता और मुलायम श्रम लागत ने एपल के लिए इसे एक आकर्षक विकल्प बना दिया है।
2. भारत के लिए एक अवसर
इस फैसले से भारत को कई आर्थिक और व्यावासिक फायदे हो सकते हैं। सबसे पहला लाभ है नौकरी के अवसरों का सृजन। एपल के भारत में उत्पादन शुरू करने से लाखों नौकरियां पैदा होंगी, जो कि भारतीय श्रमिकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी।
मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत जैसे योजनाओं के तहत भारत के लिए यह एक बड़ा अवसर है, जो भारतीय मैन्युफैक्चरिंग को और अधिक प्रभावी बनाएगा। इससे भारत को विदेशी मुद्रा की बचत होगी और निर्यात में वृद्धि होगी।
3. उद्योग को बढ़ावा मिलेगा
भारत में आईफोन का निर्माण होने से न केवल एपल को लाभ होगा, बल्कि इससे हाइ-टेक मैन्युफैक्चरिंग और विदेशी निवेश में भी बढ़ोत्तरी होगी। भारत में स्मार्टफोन निर्माण में और अधिक आधुनिकता आएगी और भारतीय तकनीकी उद्योग को वैश्विक मंच पर अधिक पहचान मिलेगी।
4. निवेश और विकास
एपल का यह कदम भारतीय सरकार द्वारा दिए जा रहे वित्तीय प्रोत्साहन और कर राहत योजनाओं के कारण भी संभव हो सका है। भारत सरकार ने विदेशी कंपनियों के लिए मैन्युफैक्चरिंग कर प्रोत्साहन और लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, जिससे न केवल विदेशी कंपनियों को भारत में निवेश करने में सहूलत मिल रही है, बल्कि भारतीय मैन्युफैक्चरिंग उद्योग भी उन्नत हो रहा है।
5. आईफोन का उत्पादन भारत में - क्या होंगे फायदे?
- कम कीमत पर आईफोन: भारत में आईफोन का निर्माण होने से आयात शुल्क कम होगा, जिससे ग्राहकों को आईफोन की कीमत में कमी देखने को मिल सकती है।
- मूल्य में स्थिरता: देश में उत्पादन से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में होने वाले उतार-चढ़ाव का प्रभाव कम होगा, जिससे मूल्य में स्थिरता बनी रहेगी।
- स्मार्टफोन उद्योग का विकास: एपल के भारत में निवेश से भारतीय स्मार्टफोन उद्योग में नवाचार और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
6. भारत का वैश्विक व्यापार में स्थान मजबूत होगा
अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोन का निर्माण भारत में होने से भारत का वैश्विक व्यापार में स्थान मजबूत होगा। एपल के इस कदम से भारत के वैश्विक तकनीकी बाजार में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभरने की संभावना है।
यह कदम भारत के लिए न केवल आर्थिक रूप से फायदेमंद है, बल्कि यह प्रौद्योगिकी और मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में भी भारत के लिए नई राह खोलेगा। एपल का यह निर्णय न केवल भारतीय बाजार के लिए बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी आकर्षक अवसर पैदा करेगा।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। निवेश संबंधी किसी भी निर्णय से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
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