चैत्र पूर्णिमा पर करें ये लक्ष्मी पाठ, बरसेगी धन वर्षा और मिलेगी माँ की कृपा
चैत्र पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए करें श्रीसूक्त और लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ। जानें विधिवत पूजा विधि और इससे मिलने वाले अद्भुत लाभ।

चैत्र पूर्णिमा पर लक्ष्मी जी की कृपा प्राप्ति के लिए करें ये पाठ, बरसेगी धन की देवी की कृपा
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है। यह तिथि न केवल धार्मिक दृष्टि से पवित्र मानी जाती है, बल्कि इस दिन देवी लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त करने का उत्तम अवसर होता है।
अगर आपके जीवन में धन की कमी, आर्थिक तंगी या पैसों से जुड़ी बाधाएँ चल रही हैं, तो चैत्र पूर्णिमा के दिन विशेष पूजा-पाठ और पाठ विधि से लक्ष्मी जी को प्रसन्न किया जा सकता है।
इस लेख में जानिए कि चैत्र पूर्णिमा पर किस प्रकार का पाठ करना चाहिए, पूजा की विधि क्या होनी चाहिए, और इससे मिलने वाले चमत्कारी लाभ कौन-कौन से हैं।
चैत्र पूर्णिमा का महत्व
चैत्र पूर्णिमा साल की पहली पूर्णिमा होती है, जो शुभ आरंभ का प्रतीक होती है। इस दिन:
- हनुमान जयंती भी मनाई जाती है।
- गंगा स्नान और दान का विशेष महत्व होता है।
- पितृ तर्पण और देवी पूजन का श्रेष्ठ योग बनता है।
- विशेष रूप से माँ लक्ष्मी की पूजा से पूरे वर्ष आर्थिक समृद्धि बनी रहती है।
इस पूर्णिमा को धन, वैभव और सुख-शांति की प्राप्ति का सशक्त दिन माना जाता है।
लक्ष्मी प्राप्ति के लिए आवश्यक सामग्री
इस दिन लक्ष्मी जी की कृपा पाने हेतु निम्न सामग्रियाँ तैयार रखें:
- देवी लक्ष्मी की मूर्ति या चित्र
- पीला वस्त्र और लाल पुष्प
- कमलगट्टा (लक्ष्मी जी को अत्यंत प्रिय)
- दीपक (देशी घी का)
- चावल, हल्दी, कुंकुम, रोली
- नारियल, फल, मिठाई
- श्रीसूक्त पाठ की पुस्तक या प्रिंटेड संस्करण
- अक्षत (चावल), जल कलश, पंचामृत
- तांबे या चांदी का सिक्का
????♀️ पूजा विधि – स्टेप बाय स्टेप
1. स्नान और शुद्धिकरण
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। संभव हो तो गंगाजल मिलाएं। फिर स्वच्छ वस्त्र पहनकर पूजा स्थल को शुद्ध करें।
2. माँ लक्ष्मी की स्थापना
लाल या पीले वस्त्र पर लक्ष्मी जी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें। पास में श्री यंत्र भी रखें।
3. घी का दीपक जलाएं
दीपक में देशी घी और दो बाती जलाएं। एक दीप माँ लक्ष्मी के चरणों में और एक घर के मुख्य द्वार पर रखें।
4. लाल पुष्प और कमलगट्टा अर्पित करें
लक्ष्मी जी को लाल फूल और कमलगट्टा अत्यंत प्रिय हैं। इन्हें अर्पण करें।
5. श्रीसूक्त या लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें
विशेष लाभ के लिए निम्न में से कोई एक पाठ करें:
???? चैत्र पूर्णिमा पर करें ये पाठ
1. श्रीसूक्त पाठ (श्री लक्ष्मी स्तुति)
"हिरण्यवर्णां हरिणीं सुवर्णरजतस्रजाम्।
चन्द्रां हिरण्मयीं लक्ष्मीं जातवेदो म आवह॥"
श्रीसूक्त के 15 मंत्रों का पाठ शांत मन और पूर्ण श्रद्धा से करें। इसे 3, 5 या 11 बार दोहराया जा सकता है।
2. लक्ष्मी अष्टोत्तर शतनाम स्तोत्रम्
माँ लक्ष्मी के 108 नामों का पाठ करें, जैसे:
"ॐ श्रीं श्रियै नमः, ॐ ह्रीम महालक्ष्म्यै नमः..."
3. लक्ष्मी बीज मंत्र
"ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः।"
इस मंत्र का 108 बार जाप करें।
आरती करें और प्रसाद वितरित करें
पाठ के बाद लक्ष्मी जी की आरती करें। फिर भोग (मिठाई या खीर) अर्पित कर प्रसाद स्वरूप बाँटें। लक्ष्मी जी से परिवार के कल्याण और समृद्धि की कामना करें।
चैत्र पूर्णिमा के चमत्कारी लाभ
- धन की रुकावटें दूर होती हैं
यदि बार-बार धन आता है लेकिन टिकता नहीं, तो लक्ष्मी पाठ इसे स्थिर करता है। - कर्ज और ऋण से मुक्ति
नियमित पाठ और पूजा से कर्ज की समस्या धीरे-धीरे खत्म होने लगती है। - व्यापार में लाभ
जो व्यापारी या व्यवसायी हैं, उन्हें नए अवसर और आर्थिक उन्नति प्राप्त होती है। - घर में सुख-शांति और लक्ष्मी का वास
धन के साथ-साथ घर में सकारात्मक ऊर्जा और शांति बनी रहती है। - बुद्धि और निर्णय क्षमता में वृद्धि
आर्थिक फैसले सही होते हैं और व्यक्ति आत्मविश्वासी बनता है।
चैत्र पूर्णिमा के दिन करें ये विशेष उपाय
- गाय को हरा चारा और गुड़ खिलाएँ।
- चाँदी का सिक्का माँ लक्ष्मी के चरणों में रखकर पूजा करें और तिजोरी में रखें।
- घर के मुख्य दरवाजे पर "श्री" लिखें।
- पाँच कन्याओं को भोजन कराएँ और दक्षिणा दें।
इस दिन क्या न करें?
- किसी से कटु वचन न कहें।
- तामसिक भोजन (मांस, मदिरा आदि) न करें।
- घर में झाड़ू को खुले में न रखें।
- लक्ष्मी जी को तुलसी पत्र न चढ़ाएँ।
निष्कर्ष
चैत्र पूर्णिमा का दिन माँ लक्ष्मी को प्रसन्न करने का अत्यंत शुभ समय है। अगर सच्चे मन से, श्रद्धा और नियमपूर्वक लक्ष्मी पाठ और पूजा की जाए, तो धन, वैभव और सुख की प्राप्ति निश्चित होती है।
एक बार की गई सच्ची भक्ति, वर्ष भर का साथ निभा सकती है।
तो इस चैत्र पूर्णिमा, उठाइए आध्यात्मिक कदम और माँ लक्ष्मी की कृपा पाकर अपने जीवन को भरिए धन-समृद्धि से।
ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः