मीन राशि में बनेगा दुर्लभ त्रिग्रही योग, इन राशियों को रखना होगा फूंक-फूंक कर कदम
मार्च 2025 में मीन राशि में दुर्लभ त्रिग्रही योग बन रहा है। जानिए किन राशियों को इस दौरान विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए और क्या हैं संभावित परिणाम।

भारतीय वैदिक ज्योतिष में जब किसी एक राशि में तीन प्रमुख ग्रह एक साथ विराजमान होते हैं, तो उसे त्रिग्रही योग कहा जाता है। यह योग अत्यंत प्रभावशाली होता है और इसका असर सभी 12 राशियों पर विभिन्न रूपों में देखने को मिलता है।
मार्च 2025 में मीन राशि में बनने जा रहा है दुर्लभ त्रिग्रही योग, जिसमें शनि, शुक्र और राहु एक साथ संयोग बना रहे हैं। यह योग न केवल मीन राशि वालों के लिए, बल्कि कई अन्य राशियों के जीवन में भी बड़ा परिवर्तन ला सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं किन राशियों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए और क्या हो सकते हैं इसके संभावित परिणाम।
त्रिग्रही योग क्या होता है?
त्रिग्रही योग उस स्थिति को कहते हैं जब तीन ग्रह एक ही राशि में एकसाथ स्थित होते हैं। यह योग कुछ विशेष स्थितियों में अत्यधिक प्रभावशाली हो सकता है, खासकर जब शामिल ग्रह मजबूत हों या धीमी गति से चलने वाले हों जैसे शनि और राहु।
मीन राशि में बनने वाला यह योग:
- शनि: कर्म, न्याय और अनुशासन का ग्रह
- राहु: भ्रम, इच्छाएं और अचानक परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करता है
- शुक्र: प्रेम, भोग-विलास और सौंदर्य से जुड़ा ग्रह
तीनों ग्रहों का यह मेल राशियों में संतुलन बिगाड़ सकता है और कुछ के लिए अवसर भी ला सकता है।
किन राशियों को रहना होगा सतर्क?
1. मीन राशि (Pisces)
- आपकी अपनी राशि में यह संयोग बन रहा है, जो आपके व्यक्तित्व, स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति को प्रभावित करेगा।
- अचानक से मन उदास हो सकता है या निर्णय लेने में भ्रम की स्थिति बन सकती है।
- किसी नए काम में हाथ डालने से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।
2. कन्या राशि (Virgo)
- यह योग आपकी सातवीं भाव (साझेदारी, विवाह) में बन रहा है।
- वैवाहिक जीवन में मतभेद उभर सकते हैं।
- व्यवसायिक साझेदारी में धोखे की आशंका रहेगी।
- विवाह योग्य जातकों को इस समय थोड़ा धैर्य रखना चाहिए।
3. मिथुन राशि (Gemini)
- यह त्रिग्रही योग आपकी दशम भाव (करियर और समाज) में बन रहा है।
- कार्यस्थल पर राजनीति या अनावश्यक विवाद में फंस सकते हैं।
- बॉस और सीनियर से कम्युनिकेशन में सावधानी बरतें।
4. धनु राशि (Sagittarius)
- यह योग आपकी चतुर्थ भाव (घर-परिवार और मानसिक शांति) में है।
- पारिवारिक जीवन में कलह या किसी बड़े निर्णय का समय है।
- प्रॉपर्टी या वाहन से संबंधित फैसले टालें।
5. वृश्चिक राशि (Scorpio)
- यह योग आपकी पंचम भाव (प्रेम, संतान, रचनात्मकता) में बन रहा है।
- संतान पक्ष से चिंता हो सकती है।
- प्रेम संबंधों में गलतफहमी की स्थिति बन सकती है।
किन राशियों को मिलेगा लाभ?
1. कुंभ राशि (Aquarius)
- यह त्रिग्रही योग आपकी द्वितीय भाव (धन और वाणी) में है।
- अचानक से धन प्राप्ति या रुके हुए पैसे मिलने के संकेत हैं।
- वाणी का उपयोग कर आप दूसरों को प्रभावित कर सकते हैं।
2. कर्क राशि (Cancer)
- यह योग आपकी भाग्य भाव में बन रहा है।
- नौकरी और उच्च शिक्षा में अच्छे अवसर मिल सकते हैं।
- विदेश यात्रा या स्कॉलरशिप के योग बन सकते हैं।
3. तुला राशि (Libra)
- यह योग आपकी छठे भाव में बन रहा है, जो शत्रुओं और रोगों का भाव है।
- शत्रु परास्त होंगे, पुराने रोगों से मुक्ति के संकेत हैं।
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता के संकेत हैं।
क्या करें, क्या न करें?
करें:
- ध्यान, योग और प्राणायाम करें।
- अपने निर्णयों में वरिष्ठ या अनुभवी लोगों की सलाह लें।
- जीवनसाथी और परिवार के साथ संवाद बढ़ाएं।
न करें:
- जल्दबाजी में कोई निवेश या महत्वपूर्ण फैसला न लें।
- झूठ बोलने या भ्रम फैलाने से बचें।
- रिश्तों में अहंकार या संदेह को जगह न दें।
उपाय और सरल टोटके
- हनुमान चालीसा का नियमित पाठ करें।
- शनि से संबंधित वस्तुओं का दान करें जैसे – काली उड़द, सरसों का तेल, काले कपड़े।
- शुक्र के लिए सफेद मिठाई का दान करें।
- राहु के लिए नारियल जल में प्रवाहित करें।
यह योग कब तक प्रभावी रहेगा?
यह त्रिग्रही योग मार्च 2025 के दूसरे सप्ताह से लेकर अप्रैल 2025 के पहले सप्ताह तक प्रभावी रहेगा। इस दौरान ग्रहों की युति कई राशियों की आर्थिक, सामाजिक और निजी ज़िंदगी में बदलाव ला सकती है।
मीन राशि में बन रहा त्रिग्रही योग कुछ राशियों के लिए चेतावनी की घंटी है तो कुछ के लिए लाभ का द्वार। जो लोग इस समय धैर्य और विवेक से कार्य करेंगे, उनके लिए यह समय एक नई शुरुआत भी ला सकता है। हमेशा याद रखें – ज्योतिष दिशा दिखाता है, निर्णय हमें ही लेना होता है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया है। किसी भी धार्मिक, ज्योतिषीय या जीवन निर्णय से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।