सबसे ज्यादा खरीदे जाते हैं सेकेंड-हैंड iPhone, ठगी से बचने के लिए इन 5 बातों का जरूर रखें ध्यान
सेकेंड-हैंड iPhone खरीदना आम हो गया है, लेकिन इसके साथ ठगी के मामले भी बढ़े हैं। जानिए किन 5 बातों का ध्यान रखकर आप धोखा खाने से बच सकते हैं।

आज के समय में iPhone खरीदना लगभग हर टेक लवर का सपना बन चुका है, लेकिन इसकी कीमत हर किसी के बजट में फिट नहीं बैठती। ऐसे में सेकेंड-हैंड या प्री-ओन्ड iPhone खरीदना एक स्मार्ट विकल्प बन जाता है।
हालांकि, जितना ये कदम सस्ता और सुविधाजनक लगता है, उतना ही जोखिम भी लेकर आता है। बाजार और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर नकली, चोरी हुए या खराब हालत वाले iPhone को असली और सही बताकर बेचा जाता है।
अगर आप भी सेकेंड-हैंड iPhone लेने की सोच रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए बेहद जरूरी है। यहां हम उन 5 बेहद अहम बातों का जिक्र करेंगे जिन्हें ध्यान में रखकर आप फ्रॉड से बच सकते हैं और एक अच्छा डिवाइस खरीद सकते हैं।
❗ 1. IMEI नंबर जरूर जांचें
IMEI (International Mobile Equipment Identity) एक यूनिक कोड होता है जो हर मोबाइल को अलग पहचान देता है।
कैसे चेक करें:
- डायल करें: *#06#
- iPhone की सेटिंग में जाएं: Settings > General > About
- बॉक्स पर लिखे IMEI से मिलाएं (अगर बॉक्स मौजूद है)
क्यों ज़रूरी है:
- अगर डिवाइस चोरी किया गया हो, तो उसका IMEI ब्लॉक किया जा सकता है।
- IMEI चेक करके आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि डिवाइस असली है और नेटवर्क पर काम करेगा।
- आप IMEI की मदद से यह भी देख सकते हैं कि डिवाइस एक्टिव है या नहीं।
आप https://www.imei.info जैसी वेबसाइट पर जाकर IMEI डालकर जानकारी ले सकते हैं।
2. iCloud लॉक (Activation Lock) की जांच करें
Activation Lock, Apple की सुरक्षा सुविधा है जो iPhone चोरी होने पर उसे लॉक कर देती है। अगर यह लॉक ऑन है और आप बिना Apple ID पासवर्ड के उसे एक्सेस नहीं कर सकते, तो डिवाइस आपके किसी काम की नहीं है।
जांच कैसे करें:
- iPhone को ऑन करें और सेटअप स्क्रीन तक जाएं
- अगर वह Apple ID और पासवर्ड मांगता है, तो वह iCloud लॉक है
- विक्रेता से कहें कि वो अपनी ID लॉगआउट करे और डिवाइस को पूरी तरह से रिस्टोर करे
अगर कोई व्यक्ति iCloud ID रिमूव नहीं कर पा रहा है, तो यह संकेत है कि डिवाइस चोरी का हो सकता है।
3. हार्डवेयर की जांच — कैमरा, डिस्प्ले और बैटरी हेल्थ
डिस्प्ले:
- चेक करें कि स्क्रीन कहीं से टूटी या रिपेयर तो नहीं है
- 3D टच या True Tone जैसे फीचर्स काम कर रहे हैं या नहीं
कैमरा:
- फ्रंट और रियर दोनों कैमरे से फोटो और वीडियो लें
- Portrait Mode, Flash, Zoom वगैरह जांचें
बैटरी हेल्थ:
- Settings > Battery > Battery Health & Charging
- अगर बैटरी हेल्थ 80% से नीचे है, तो जल्दी रिप्लेसमेंट की ज़रूरत पड़ सकती है
अन्य बातें:
- बटन ठीक से काम कर रहे हैं या नहीं
- माइक्रोफोन, स्पीकर, वॉल्यूम, वाइब्रेशन की जांच करें
- चार्जिंग पोर्ट और हेडफोन जैक (यदि है) चेक करें
4. ओरिजिनल बिल, बॉक्स और एक्सेसरीज़ मांगें
क्यों जरूरी है:
- बिल से पता चलेगा कि डिवाइस कब और कहां से खरीदी गई थी
- बॉक्स और एक्सेसरीज़ से यह सुनिश्चित होता है कि यह ओरिजिनल प्रोडक्ट है
- रीसेल वैल्यू भी बेहतर मिलती है जब आपके पास डिवाइस के साथ सबकुछ हो
अगर विक्रेता बिल नहीं दे रहा है या कोई जानकारी छुपा रहा है, तो सावधान हो जाइए।
5. ज्यादा लालच में न आएं — “सस्ता iPhone” जाल बन सकता है
अगर कोई व्यक्ति iPhone 14 या 13 Pro Max जैसी महंगी मॉडल को बहुत सस्ते में दे रहा है — जैसे ₹20,000–₹25,000 में — तो यह सोचने वाली बात है।
सावधान रहें जब:
- विक्रेता जल्दी डील फाइनल करना चाहता है
- प्रोडक्ट के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे रहा
- सिर्फ ऑनलाइन पेमेंट पर ज़ोर दे रहा है
- मिलने से कतरा रहा है
ध्यान रखें: Genuine sellers कभी भी ग्राहकों पर दबाव नहीं बनाते।
बोनस टिप: Refurbished iPhone vs Used iPhone — अंतर समझें
पॉइंट |
Refurbished iPhone |
Used iPhone |
टेस्टिंग |
Apple द्वारा टेस्टेड और सर्टिफाइड |
व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किया गया |
वारंटी |
मिल सकती है |
सामान्यतः नहीं |
कीमत |
थोड़ी ज्यादा |
थोड़ी कम |
भरोसा |
ज़्यादा |
कम |
यदि बजट थोड़ा और है, तो Apple या Trusted Seller से Refurbished iPhone लेना ज़्यादा सुरक्षित रहता है।
iPhone खरीदना एक स्मार्ट निर्णय है, लेकिन सेकेंड-हैंड खरीदते समय आपको और भी ज़्यादा समझदारी दिखानी होती है। एक छोटा सा ध्यान न देना, आपको हजारों रुपये की ठगी में फंसा सकता है।
इन 5 बातों का ध्यान रखकर न सिर्फ आप धोखे से बच सकते हैं, बल्कि एक शानदार डील भी पा सकते हैं।
Disclaimer (अस्वीकरण):
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दिए गए सुझाव आपकी व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करते हैं। iPhone खरीदने से पहले तकनीकी विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।