CEO सुंदर पिचाई की सिक्योरिटी पर Google इतना करता है खर्च, हैरान करने वाला है आंकड़ा!

क्या आप जानते हैं कि Google हर साल सुंदर पिचाई की सुरक्षा पर करोड़ों रुपये खर्च करता है? जानिए इस चौंकाने वाली रिपोर्ट में पूरा ब्योरा।

CEO सुंदर पिचाई की सिक्योरिटी पर Google इतना करता है खर्च, हैरान करने वाला है आंकड़ा!

टेक्नोलॉजी की दुनिया में जब भी सबसे बड़े नामों की बात होती है, तो Google और इसके CEO सुंदर पिचाई का नाम सबसे ऊपर आता है। जहां एक ओर पिचाई को उनके शानदार नेतृत्व के लिए जाना जाता है, वहीं दूसरी ओर कंपनी उनकी सुरक्षा (security) पर भी हर साल करोड़ों रुपये खर्च करती है।

हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स के अनुसार, Google हर साल सुंदर पिचाई की सुरक्षा पर भारी-भरकम रकम खर्च करता है, जो आम लोगों के लिए वाकई चौंकाने वाला है।


 सुंदर पिचाई की सिक्योरिटी पर खर्च – कितना है ये आंकड़ा?

Alphabet Inc. (Google की पैरेंट कंपनी) द्वारा अमेरिकी नियामक संस्था (SEC) को सौंपी गई फाइलिंग में खुलासा हुआ है कि:

 साल 2023 में सुंदर पिचाई की सिक्योरिटी पर $5.9 मिलियन यानी करीब ₹49 करोड़ खर्च किए गए।

यह आंकड़ा भारत जैसे देश में किसी CEO की सुरक्षा पर खर्च की जाने वाली रकम से कई गुना ज्यादा है।


 पिछले वर्षों के मुकाबले सिक्योरिटी खर्च में इज़ाफा

वर्ष

सिक्योरिटी खर्च (USD में)

अनुमानित भारतीय राशि

2019

$1.2 मिलियन

₹9.8 करोड़ (लगभग)

2020

$2.1 मिलियन

₹17 करोड़ (लगभग)

2021

$4.3 मिलियन

₹35 करोड़ (लगभग)

2022

$5.4 मिलियन

₹45 करोड़ (लगभग)

2023

$5.9 मिलियन

₹49 करोड़ (लगभग)

इससे साफ है कि कंपनी हर साल सुंदर पिचाई की सुरक्षा पर लगातार बढ़ता खर्च कर रही है, और यह आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है।


 आखिर इतनी भारी सुरक्षा क्यों?

सुंदर पिचाई सिर्फ एक CEO नहीं हैं, वे एक ग्लोबल टेक लीडर हैं जिनके निर्णय पूरी दुनिया के डिजिटल भविष्य को प्रभावित करते हैं। उनकी सुरक्षा इतनी अहम इसलिए मानी जाती है क्योंकि:

1.    डेटा प्राइवेसी और सेंसरशिप जैसे संवेदनशील मुद्दों पर वे निर्णय लेते हैं।

2.    वे अक्सर विवादास्पद विषयों पर सार्वजनिक बयान देते हैं, जिससे उन्हें विरोध झेलना पड़ सकता है।

3.    Google का चेहरा होने के नाते वे किसी भी साइबर या फिजिकल अटैक का मुख्य निशाना बन सकते हैं।


 किस प्रकार की सुरक्षा मिलती है सुंदर पिचाई को?

सुंदर पिचाई की सुरक्षा में शामिल हैं:

  • 24x7 Armed Security Personnel (सशस्त्र सुरक्षा गार्ड्स)
  • बुलेटप्रूफ गाड़ियां
  • सुरक्षित ऑफिस और रेजिडेंस इनफ्रास्ट्रक्चर
  • हवाई यात्रा के लिए विशेष सुरक्षा प्लान
  • डिजिटल प्रोटेक्शन और साइबर थ्रेट मॉनिटरिंग

यह सुरक्षा सिर्फ अमेरिका में नहीं बल्कि भारत जैसे अन्य देशों में भी लागू होती है, जहां वे कभी-कभी दौरे पर जाते हैं।


 क्या अन्य टेक CEO भी इतना खर्च करते हैं?

हां, सुंदर पिचाई अकेले नहीं हैं जिन पर कंपनियां इतना खर्च करती हैं। कुछ उदाहरण:

  • Mark Zuckerberg (Meta CEO): 2023 में $25 मिलियन (₹210 करोड़) से अधिक
  • Jeff Bezos (Amazon Founder): लगभग $1.6 मिलियन प्रतिवर्ष
  • Tim Cook (Apple CEO): लगभग $600,000 प्रतिवर्ष

इन आंकड़ों से यह साफ है कि टेक इंडस्ट्री में टॉप-लेवल एग्जिक्यूटिव्स की सुरक्षा एक बहुत बड़ा खर्च बन चुकी है।


 सोशल मीडिया पर चर्चा

जैसे ही यह आंकड़े सार्वजनिक हुए, सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आईं:

  • कुछ लोगों ने इसे जरूरी खर्च बताया, क्योंकि एक टॉप लीडर की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होनी चाहिए।
  • वहीं कुछ यूजर्स ने कहा कि इतनी रकम किसी जनकल्याण के काम में लगाई जा सकती थी।
  • कुछ ने इसे भारत की गरीबी से जोड़ा और तंज कसा।

 टेक्नोलॉजी आधारित सुरक्षा: AI से जुड़ा है सबकुछ

Google खुद एक AI पावरहाउस है, और सुंदर पिचाई की सुरक्षा में भी AI surveillance, face recognition और predictive threat analysis जैसे एडवांस फीचर्स का इस्तेमाल होता है।

Google जैसी कंपनी से ये उम्मीद की जाती है कि वह भविष्य की तकनीकों का सबसे बेहतर प्रयोग करे — और उन्होंने वही किया है।


 क्या यह खर्च उचित है?

इस सवाल का जवाब दृष्टिकोण पर निर्भर करता है:

  • कॉर्पोरेट लेवल पर: जब एक CEO करोड़ों डॉलर की डील्स और डेटा निर्णय लेता हो, तो उसकी सुरक्षा पर खर्च करना उचित है।
  • सामाजिक दृष्टिकोण से: कई लोगों को ये गैरजरूरी खर्च लगता है।

हालांकि, आज के दौर में डेटा की कीमत सोने से ज्यादा है, और जो उसका कस्टोडियन है, उसकी सुरक्षा सर्वोपरि मानी जाती है।


सुंदर पिचाई की सुरक्षा पर Google द्वारा खर्च की जाने वाली करोड़ों की रकम सिर्फ एक खर्च नहीं, बल्कि एक इन्वेस्टमेंट है – कंपनी की प्रतिष्ठा, डेटा की सुरक्षा और विश्वसनीयता की रक्षा के लिए।

इससे यह भी साबित होता है कि तकनीक की दुनिया में एक व्यक्ति की सुरक्षा भी उतनी ही संवेदनशील और कीमती होती है, जितनी किसी सर्वर की।

डिस्क्लेमर:

यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई आंकड़े सार्वजनिक स्रोतों और रिपोर्ट्स पर आधारित हैं। किसी भी निर्णय से पहले आधिकारिक रिपोर्ट या विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें।