दुनियाभर में सबसे ज्यादा कारें निर्यात करने वाले टॉप 10 देश, भारत कौनसे स्थान पर है?
जानिए दुनिया में सबसे ज्यादा कारें निर्यात करने वाले टॉप 10 देशों की सूची। भारत इस सूची में कहां खड़ा है और भविष्य में क्या संभावनाएं हैं?

दुनियाभर में सबसे ज्यादा कारें निर्यात करने वाले टॉप 10 देश, जानें भारत का स्थान
दुनिया में ऑटोमोबाइल उद्योग एक ऐसा क्षेत्र है, जो तकनीक, आर्थिक ताकत और वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है। कारों का निर्माण और निर्यात किसी भी देश की उद्योगिकीय क्षमता, ब्रांड वैल्यू और सप्लाई चेन दक्षता को दर्शाता है। हर साल लाखों कारें एक देश से दूसरे देश भेजी जाती हैं और यह वैश्विक व्यापार में अहम भूमिका निभाती हैं।
तो चलिए जानते हैं दुनियाभर में सबसे ज्यादा कारें निर्यात करने वाले टॉप 10 देशों के बारे में और ये भी कि भारत इस सूची में कहां खड़ा है।
टॉप 10 कार निर्यातक देश (2024 के आंकड़ों के अनुसार)
1. जर्मनी (Germany)
- निर्यात मूल्य: लगभग $142 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Volkswagen, BMW, Mercedes-Benz, Audi
- खास बात:
जर्मनी दशकों से ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी में अग्रणी रहा है। यूरोप, अमेरिका और एशिया के कई देशों में जर्मन कारों की भारी मांग है।
2. जापान (Japan)
- निर्यात मूल्य: लगभग $102 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Toyota, Honda, Nissan, Subaru
- खास बात:
जापान की कारें अपनी विश्वसनीयता और ईंधन दक्षता के लिए मशहूर हैं। खासकर Toyota और Honda ने वैश्विक स्तर पर जबरदस्त पकड़ बनाई है।
3. संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
- निर्यात मूल्य: लगभग $57 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Ford, Chevrolet, Tesla, Jeep
- खास बात:
अमेरिका की कारें विशेष रूप से बड़े आकार, दमदार इंजन और इलेक्ट्रिक वाहन सेगमेंट के लिए जानी जाती हैं।
4. दक्षिण कोरिया (South Korea)
- निर्यात मूल्य: लगभग $49 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Hyundai, Kia, Genesis
- खास बात:
दक्षिण कोरिया की कारें गुणवत्ता और कीमत दोनों के संतुलन के कारण दुनियाभर में लोकप्रिय हैं।
5. मेक्सिको (Mexico)
- निर्यात मूल्य: लगभग $42 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स (स्थानीय संयंत्रों से): General Motors, Volkswagen, Nissan
- खास बात:
मेक्सिको में कई अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स हैं, जिनसे कारें अमेरिका और लैटिन अमेरिका को निर्यात की जाती हैं।
6. स्पेन (Spain)
- निर्यात मूल्य: लगभग $37 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: SEAT, Renault (Spain units), Peugeot
- खास बात:
यूरोप में स्पेन का ऑटो उद्योग एक मजबूत स्तंभ है। यहां की कई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स अन्य यूरोपीय ब्रांड्स के लिए काम करती हैं।
7. चीन (China)
- निर्यात मूल्य: लगभग $35 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: BYD, Geely, NIO, Chery
- खास बात:
चीन ने हाल के वर्षों में इलेक्ट्रिक कारों के निर्यात में तेजी से वृद्धि की है। अफ्रीका, एशिया और यूरोप के बाजारों में इसकी पकड़ मजबूत हो रही है।
8. चेक गणराज्य (Czech Republic)
- निर्यात मूल्य: लगभग $25 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Skoda, Hyundai (स्थानीय यूनिट)
- खास बात:
यूरोपीय ऑटो सप्लाई चेन का एक अहम हिस्सा, खासकर Skoda की कारें दुनियाभर में निर्यात होती हैं।
9. ब्रिटेन (United Kingdom)
- निर्यात मूल्य: लगभग $24 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Jaguar, Land Rover, Mini
- खास बात:
ब्रेग्ज़िट के बावजूद ब्रिटेन का ऑटो सेक्टर यूरोपीय और एशियाई बाजारों में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
10. फ्रांस (France)
- निर्यात मूल्य: लगभग $23 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Renault, Peugeot, Citroën
- खास बात:
फ्रांस की कंपनियां यूरोप, अफ्रीका और मिडिल ईस्ट में मजबूत नेटवर्क के जरिए कारों का निर्यात करती हैं।
भारत की स्थिति क्या है?
भारत — एक उभरता हुआ निर्यातक
- निर्यात मूल्य (2024): लगभग $10 बिलियन
- मुख्य ब्रांड्स: Maruti Suzuki, Hyundai India, Tata Motors, Mahindra, Kia India
- निर्यात क्षेत्र: अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, साउथ ईस्ट एशिया, मध्य-पूर्व
प्रमुख बातें:
- किफायती कारों का निर्यात: भारत में बनी छोटी और मिड-साइज कारें कम कीमत और अच्छी गुणवत्ता के कारण खास तौर पर विकासशील देशों में लोकप्रिय हैं।
- मैन्युफैक्चरिंग हब: Hyundai, Kia, Renault-Nissan जैसी विदेशी कंपनियों की भारत में बड़ी उत्पादन इकाइयां हैं, जहां से निर्यात होता है।
- इलेक्ट्रिक वाहनों में विस्तार: टाटा मोटर्स और महिंद्रा जैसे ब्रांड अब इलेक्ट्रिक कारें भी विदेश भेज रहे हैं।
चुनौतियां:
- लॉजिस्टिक लागत और निर्यात बुनियादी ढांचे की सीमाएं
- वैश्विक ब्रांड वैल्यू में अभी भी सुधार की जरूरत
- प्रतिस्पर्धा में चीन और कोरिया जैसे देशों से पिछड़ना
भारत का भविष्य: क्या टॉप 5 में आ सकता है?
भारत तेजी से “मेक इन इंडिया” अभियान और PLI स्कीम्स के तहत ऑटो सेक्टर को बढ़ावा दे रहा है। अगर अगले 5 वर्षों में:
- निर्यात बंदरगाहों की क्षमता बढ़े
- बैटरी EV सेगमेंट में मजबूती आए
- ब्रांड वैल्यू में सुधार हो
तो भारत टॉप 5 कार निर्यातक देशों में शामिल हो सकता है।
निष्कर्ष
कार निर्यात सिर्फ व्यापार का आंकड़ा नहीं, बल्कि एक देश की इंजीनियरिंग, विनिर्माण दक्षता और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में उसकी स्थिति को दर्शाता है। जर्मनी, जापान और अमेरिका जैसे देश दशकों से इस क्षेत्र में अग्रणी हैं, जबकि भारत जैसे देश अब अपनी पहचान बनाने की ओर अग्रसर हैं।
भारत की सफलता की कहानी अभी शुरू हुई है। अगर यही रफ्तार बनी रही, तो वह दिन दूर नहीं जब
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