भारत कब बनेगा दुनिया की चौथी बड़ी अर्थव्यवस्था? जापान भी छूट जाएगा पीछे; IMF की रिपोर्ट में खुलासा
भारत जल्द ही दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है, जापान को पीछे छोड़ते हुए। IMF की रिपोर्ट में इस बदलाव के संकेत हैं।

भारत, दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन चुका है। वर्तमान में यह दुनिया की पाँचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था है, लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था के शानदार विकास को देखकर यह अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत जल्द ही दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की एक हालिया रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है, जिसमें बताया गया है कि जापान को पीछे छोड़ते हुए भारत का आर्थिक प्रदर्शन अपेक्षाकृत बेहतर होगा।
IMF रिपोर्ट का सार
IMF की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत का जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) अगले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ेगा और जापान को पछाड़ते हुए चौथे स्थान पर आ जाएगा। भारत के आर्थिक विकास की रफ्तार और उसकी बढ़ती हुई निवेश आकर्षण की वजह से यह बदलाव संभव हो सकेगा। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जापान की अर्थव्यवस्था में स्थिरता जरूर है, लेकिन उसकी वृद्धि दर भारत जैसे उभरते हुए बाजारों के मुकाबले कम है।
भारत की बढ़ती हुई मध्यवर्गीय जनसंख्या, युवाओं की बड़ी संख्या और डिजिटलीकरण जैसे कारक इसकी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में सहायक हो रहे हैं। भारतीय सरकार के विकासात्मक प्रयास और सुधारों के कारण भी अर्थव्यवस्था में सुधार देखा गया है।
भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत
1. मजबूत घरेलू बाजार: भारत का घरेलू बाजार बहुत बड़ा है। यहाँ की बढ़ती हुई उपभोक्ता माँग और निवेश से आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि हो रही है।
2. युवाओं की जनसंख्या: भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा युवा है, जो कामकाजी वर्ग का हिस्सा बन रहा है। यह विकास में योगदान देने के लिए एक मजबूत आधार है।
3. विदेशी निवेश: भारत में विदेशी निवेश की दर में वृद्धि हो रही है, जिससे यहाँ की उद्योगों में और अधिक विकास हो रहा है।
4. टेक्नोलॉजी और इनोवेशन: भारत में तकनीकी विकास और डिजिटल क्षेत्र में निवेश बढ़ने से उत्पादन और सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।
जापान की स्थिति
जापान, जो अभी भी दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था है, को अगले कुछ वर्षों में भारत के साथ संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। जापान की वृद्धि दर सुस्त हो रही है और वहाँ की आबादी भी वृद्धावस्था की ओर बढ़ रही है, जिससे उत्पादन और उपभोक्ता खर्च में कमी आ सकती है। जबकि जापान की अर्थव्यवस्था कई मायनों में विकसित है, भारत की युवा जनसंख्या और तेज़ी से बढ़ता हुआ बाजार उसकी तुलना में अधिक लचीला साबित हो रहा है।
IMF की भविष्यवाणी
IMF का अनुमान है कि 2025 तक भारत की अर्थव्यवस्था जापान को पीछे छोड़ते हुए चौथे स्थान पर आ जाएगी। यदि भारत की विकास दर बनी रहती है, तो यह स्थिति और भी मजबूत हो सकती है। हालांकि, यह भी सच है कि भारत के लिए कुछ चुनौतियाँ अभी भी मौजूद हैं, जैसे बुनियादी ढाँचे की कमी, बेरोजगारी दर, और गरीबी उन्मूलन, लेकिन इन समस्याओं को हल करने के लिए सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।
भारत के लिए क्या मायने रखेगा यह बदलाव?
भारत के लिए चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने का मतलब केवल एक रैंकिंग में सुधार नहीं है, बल्कि यह वैश्विक शक्ति के रूप में भारत की स्थिति को भी मजबूत करेगा। इससे भारत को वैश्विक निवेशकों का अधिक ध्यान मिलेगा और वह वैश्विक निर्णयों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगा। साथ ही, भारत को और भी व्यापारिक अवसर मिलेंगे, जिससे रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
भारत की अर्थव्यवस्था में निरंतर वृद्धि और सुधार की दिशा में IMF की रिपोर्ट एक सकारात्मक संकेत है। भारत जल्द ही जापान को पीछे छोड़ते हुए चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है। इस स्थिति से भारत को न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से, बल्कि राजनीतिक और वैश्विक प्रभाव में भी एक महत्वपूर्ण स्थान मिलेगा।