डेंगू और मलेरिया दिखते एक जैसे, पर हैं अलग! National Dengue Day 2025 पर दोनों में जानें अंतर
डेंगू और मलेरिया दिखने में भले ही समान लगें, लेकिन दोनों में ज़मीन-आसमान का अंतर है। National Dengue Day 2025 के मौके पर जानें इनके कारण, लक्षण और इलाज।

भारत में गर्मी और बरसात के मौसम के आते ही मच्छरों का आतंक बढ़ जाता है, जिससे कई बीमारियाँ फैलती हैं। इन बीमारियों में सबसे सामान्य और खतरनाक हैं — डेंगू और मलेरिया। दोनों ही बीमारियाँ मच्छरों से फैलती हैं और इनके लक्षण भी कुछ हद तक मिलते-जुलते हैं। यही वजह है कि आम लोग कई बार इनके बीच अंतर नहीं कर पाते, जिससे सही इलाज में देर हो जाती है।
National Dengue Day 2025, जो हर साल 16 मई को मनाया जाता है, इसका उद्देश्य लोगों को डेंगू के बारे में जागरूक करना और इससे बचाव के उपायों की जानकारी देना है। इस मौके पर यह समझना ज़रूरी है कि डेंगू और मलेरिया दोनों अलग-अलग बीमारियाँ हैं, जिनका इलाज भी अलग तरीके से किया जाता है।
नेशनल डेंगू डे 2025: क्या है इसका महत्व?
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा हर साल 16 मई को National Dengue Day के रूप में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य जनता को डेंगू के कारण, लक्षण, रोकथाम और उपचार के बारे में जागरूक करना है।
2025 में यह दिन गुरुवार, 16 मई को मनाया जा रहा है।
यह दिन स्वास्थ्य संगठनों, स्कूलों, कॉलेजों और अस्पतालों में जागरूकता कार्यक्रमों, रैलियों और स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से मनाया जाता है।
डेंगू क्या है?
डेंगू एक वायरल इंफेक्शन है जो कि संक्रमित एडीज एजिप्टी मच्छर (Aedes aegypti mosquito) के काटने से होता है। यह मच्छर दिन के समय अधिक सक्रिय होता है और साफ पानी में पनपता है।
डेंगू के लक्षण:
- तेज बुखार (103°F से अधिक)
- शरीर और जोड़ों में दर्द (इसे "हड्डी तोड़ बुखार" भी कहते हैं)
- सिरदर्द और आंखों के पीछे दर्द
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- मतली और उल्टी
- प्लेटलेट्स की संख्या में गिरावट
- नाक या मसूड़ों से खून आना (गंभीर मामलों में)
मलेरिया क्या है?
मलेरिया एक पैरासिटिक इंफेक्शन है, जो प्लाज्मोडियम नामक परजीवी से होता है। यह परजीवी संक्रमित ऐनोफिलीस मादा मच्छर (Anopheles mosquito) के काटने से शरीर में प्रवेश करता है। यह मच्छर रात के समय काटता है और गंदे पानी या नमी वाली जगहों पर पनपता है।
मलेरिया के लक्षण:
- कंपकंपी के साथ तेज बुखार
- पसीना आना
- सिरदर्द
- उल्टी और मतली
- थकावट और कमजोरी
- दस्त
- मांसपेशियों में दर्द
- गंभीर मामलों में दिमागी बुखार या अंगों की विफलता
डेंगू और मलेरिया में मुख्य अंतर
विशेषता |
डेंगू |
मलेरिया |
कारण |
वायरस |
पैरासाइट (Plasmodium) |
मच्छर |
Aedes aegypti (दिन में काटता है) |
Anopheles (रात में काटता है) |
पानी |
साफ पानी |
गंदा/स्थिर पानी |
लक्षण |
तेज बुखार, हड्डी तोड़ दर्द, प्लेटलेट्स में गिरावट |
कंपकंपी के साथ बुखार, थकावट, पसीना |
टेस्ट |
डेंगू एंटीजन (NS1), एंटीबॉडी टेस्ट |
मलेरिया स्मीयर टेस्ट, रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट |
इलाज |
लक्षणों के आधार पर (कोई निश्चित दवा नहीं) |
ऐंटी-मलेरियल दवाएं (जैसे क्लोरोक्वीन) |
क्या डेंगू और मलेरिया साथ हो सकते हैं?
हाँ, दुर्लभ मामलों में ऐसा भी देखा गया है कि एक ही व्यक्ति को डेंगू और मलेरिया दोनों एक साथ हो सकते हैं। इससे मरीज की स्थिति और भी गंभीर हो जाती है। ऐसे में तुरंत अस्पताल में भर्ती होकर जांच और इलाज ज़रूरी है।
दोनों बीमारियों का इलाज
डेंगू का इलाज:
डेंगू का कोई निश्चित एंटी-वायरल इलाज नहीं है। अधिकतर मामलों में लक्षणों का इलाज किया जाता है:
- पर्याप्त तरल पदार्थ लेना
- पेरासिटामोल से बुखार कम करना (एस्पिरिन या ब्रूफेन नहीं लेना चाहिए)
- प्लेटलेट्स की निगरानी
मलेरिया का इलाज:
- क्लोरोक्वीन
- आर्टेमिसिनिन कॉम्बिनेशन थेरेपी (ACT)
- मरीज की स्थिति के अनुसार अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता
बचाव के उपाय (डेंगू और मलेरिया दोनों के लिए)
1. मच्छरों से बचाव के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनें।
2. मच्छरदानी का प्रयोग करें, विशेष रूप से रात में।
3. घर के आस-पास पानी जमा न होने दें।
4. पानी की टंकियों को ढककर रखें।
5. मच्छर भगाने वाले स्प्रे और क्रीम का प्रयोग करें।
6. सप्ताह में एक बार कूलर, गमलों और बर्तनों का पानी बदलें।
बच्चों और बुजुर्गों को अधिक खतरा
बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पहले से बीमार व्यक्तियों को डेंगू और मलेरिया से अधिक खतरा होता है। ऐसे लोगों में लक्षण तेजी से बिगड़ सकते हैं, इसलिए ज़रा सी भी लापरवाही जानलेवा हो सकती है।
डेंगू और मलेरिया भले ही दिखने में एक जैसे लगते हों — दोनों ही बुखार, थकान और कमजोरी जैसे लक्षण देते हैं — लेकिन इनका कारण, लक्षण, इलाज और बचाव पूरी तरह अलग है। National Dengue Day 2025 के मौके पर हमें यह समझने और दूसरों को बताने की ज़रूरत है कि इन बीमारियों में क्या अंतर है और कैसे इनसे बचाव किया जा सकता है।
स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और थोड़ी सी सतर्कता से हम इन जानलेवा बीमारियों से खुद को और अपने परिवार को बचा सकते हैं।
डिस्क्लेमर:
इस लेख में दी गई जानकारी आम जनता को सामान्य स्वास्थ्य जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से दी गई है। यह किसी भी प्रकार की चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए कृपया योग्य डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें।