ऑपरेशन सिन्दूर: जैश, लश्कर और हिजबुल का गढ़ ध्वस्त – भारत ने दागीं 24 मिसाइलें
भारत ने ऑपरेशन सिन्दूर के तहत पाकिस्तान और PoK में जैश, लश्कर और हिजबुल के आतंकी ठिकानों पर 24 मिसाइलें दागीं। 8 आतंकियों की मौत, कई ठिकाने ध्वस्त।

22 अप्रैल 2025 की सुबह जब दुनिया सामान्य दिनचर्या में व्यस्त थी, तभी जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग ज़िले के पहलगाम की बैसरन घाटी में एक निर्मम आतंकी हमला हुआ। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया, जब निर्दोष नागरिकों पर धार्मिक पहचान के आधार पर निशाना साधा गया। जवाब में भारत ने एक कठोर लेकिन रणनीतिक सैन्य अभियान चलाया – ऑपरेशन सिन्दूर।
इस ऑपरेशन में भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकवादी संगठनों जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों पर 24 सटीक मिसाइल हमले किए। इन हमलों में 8 खूंखार आतंकवादी ढेर हुए, जबकि कई ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया।
पहलगाम हमला: आतंक का नया चेहरा
22 अप्रैल को पहलगाम की सुंदर वादियों में आतंक का तांडव मचा। पांच heavily armed आतंकियों ने अचानक वहां मौजूद टूरिस्ट ग्रुप पर हमला किया। हमले के तरीके और निशाने से साफ था कि यह धार्मिक घृणा से प्रेरित हमला था। हमलावरों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा, जिसमें 28 लोग मारे गए – जिनमें से 25 हिन्दू, एक ईसाई और 1 स्थानीय मुस्लिम था।
हमलावरों ने महिलाओं से कहा कि, “यह कहानी मोदी तक पहुंचाओ,” जो सीधे-सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेश था। ये हमलावर किसी आम गिरोह से नहीं, बल्कि प्रशिक्षित आतंकवादी थे जिनका सीधा संबंध सीमा पार स्थित आतंकी ठिकानों से था।
ऑपरेशन सिन्दूर की रणनीति: आतंक के ठिकानों पर भारत का Surgical Strike 2.0
हमले के कुछ ही घंटों बाद भारत सरकार ने सख्त निर्णय लिया। प्रधानमंत्री कार्यालय से लेकर रक्षा मंत्रालय तक उच्च स्तरीय बैठकें हुईं। सेना को खुली छूट दी गई और कुछ ही दिनों में ऑपरेशन सिन्दूर का खाका तैयार हुआ।
ऑपरेशन की प्रमुख बातें:
- तारीख: 6 मई 2025 की रात
- स्थान: PoK और पाकिस्तान के आतंकी कैंप्स
- टारगेट: जैश, लश्कर, हिजबुल के 9 गढ़
- हथियार: ब्रह्मोस मिसाइल, प्रीसिशन गाइडेड बम, राफेल जेट्स
- आउटकम: 8 आतंकवादी ढेर, 4 ट्रेनिंग सेंटर पूरी तरह ध्वस्त
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की सीमा के अंदर घुसकर इन ठिकानों को तबाह किया। सेना ने केवल उन्हीं टारगेट्स को निशाना बनाया जो इंटेलिजेंस द्वारा कन्फर्म किए गए थे।
पाकिस्तान की पहली प्रतिक्रिया: बौखलाहट और नकार
भारत के हमले के बाद पाकिस्तान की सरकार ने तुरंत बयान जारी किया कि यह हमला “युद्ध की कार्यवाही” है। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि उन्होंने भारत के दो फाइटर जेट्स को गिरा दिया और उनके आठ नागरिक मारे गए हैं।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का बयान:
“भारत ने हमारे संप्रभु क्षेत्र पर हमला कर एक नई परंपरा शुरू की है, जिसका माकूल जवाब दिया जाएगा।”
हालांकि पाकिस्तान ने यह स्वीकार किया कि 8 आतंकियों की मौत हुई है, लेकिन उनकी पहचान और संगठन से जुड़ी जानकारी छिपाई गई।
वैश्विक प्रतिक्रिया: संयम और समर्थन दोनों
इस घटना के बाद संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, रूस और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने इस विषय पर चिंता जताई। अमेरिका और फ्रांस ने भारत के आतंक के खिलाफ कड़े रुख की सराहना की लेकिन दोनों देशों ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने की अपील भी की।
UN महासचिव का बयान:
“क्षेत्रीय तनाव को बढ़ने से रोकना आवश्यक है, सभी पक्षों को बातचीत की ओर बढ़ना चाहिए।”
ऑपरेशन सिन्दूर का संदेश: भारत अब सहन नहीं करेगा
‘ऑपरेशन सिन्दूर’ सिर्फ एक जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि एक सख्त संदेश था। यह संदेश था कि अब भारत किसी भी आतंकी हमले को सहन नहीं करेगा। देश की सीमाएं और नागरिक अब सिर्फ कूटनीति पर निर्भर नहीं, बल्कि सशस्त्र प्रतिक्रिया भी देंगे।
भारत की रणनीति अब प्रोएक्टिव डिफेंस की तरफ बढ़ चुकी है, जहां पहले हमला करने वाले को अपनी कीमत चुकानी होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स और ग्राउंड इंटेलिजेंस
भारतीय मीडिया ने इस ऑपरेशन को सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 नाम दिया है। TV चैनलों, ग्राउंड रिपोर्टर्स और रक्षा विशेषज्ञों ने बताया कि इन हमलों से आतंकी नेटवर्क बुरी तरह से हिल चुका है। भारत की स्पाई एजेंसी R&AW और सेना की कोऑर्डिनेशन गहरी थी।
इन्हीं की रिपोर्ट पर PoK के कोटली, बाघ, मीरपुर, बालाकोट और मुझफ्फराबाद जैसे इलाकों में स्थित आतंकवादी कैंप को निशाना बनाया गया।
भारत की जनता की भावना
देश में ऑपरेशन सिन्दूर के बाद देशभक्ति और गर्व की लहर दौड़ गई। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड करने लगा। लोगों ने सेना को धन्यवाद दिया और मांग की कि ऐसे ऑपरेशन भविष्य में भी जारी रहें।
भविष्य की रणनीति और प्रभाव
भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक बार फिर कठघरे में खड़ा कर दिया गया है। कई देशों ने यह स्वीकार किया कि भारत को आत्मरक्षा का अधिकार है। इससे भारत की डिप्लोमैटिक स्थिति मज़बूत हुई है।
ऑपरेशन सिन्दूर ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब आतंकवाद के प्रति “जीरो टॉलरेंस” की नीति पर काम कर रहा है। न केवल कश्मीर बल्कि देश के हर नागरिक की सुरक्षा अब प्राथमिकता है। यह अभियान एक सटीक, निर्णायक और साहसी कदम था, जिसने आतंक के सरगनाओं को कड़ा संदेश दिया है।
Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और देश-विदेश की खबरों पर आधारित है। इसका उद्देश्य किसी राजनीतिक दल, धर्म या संस्था को बढ़ावा देना नहीं है। लेख में दी गई जानकारी समाचार रिपोर्ट्स और जनमानस पर आधारित है। कृपया किसी निर्णय से पहले विषय विशेषज्ञ या आधिकारिक स्रोत से परामर्श करें।