क्या बढ़ जाएंगे फोन के दाम? ट्रंप के टैरिफ से भारत की स्मार्टफोन इंडस्ट्री को झटका

डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति से भारत की स्मार्टफोन इंडस्ट्री को बड़ा झटका लग सकता है। जानें कैसे बढ़ सकते हैं फोन के दाम और क्या इसका असर आप पर होगा।

क्या बढ़ जाएंगे फोन के दाम? ट्रंप के टैरिफ से भारत की स्मार्टफोन इंडस्ट्री को झटका

 

क्या बढ़ जाएंगे फोन के दाम? ट्रंप के टैरिफ से भारत की स्मार्टफोन इंडस्ट्री को लग सकता है झटका

2024 में एक बार फिर अमेरिकी राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ और डोनाल्ड ट्रंप ने वापसी करते हुए टैरिफ नीति को और सख्त कर दिया है। अगर ट्रंप की नीति में वाकई चीन से आयातित उत्पादों पर उच्च टैरिफ लागू होता है, तो इसका सीधा असर भारत की स्मार्टफोन इंडस्ट्री पर भी पड़ सकता है।

भारत में बिकने वाले अधिकतर स्मार्टफोन के पुर्जे या तो चीन से आते हैं या वहीं असेंबल होते हैं। ऐसे में अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी का असर भारत की कीमतों और सप्लाई चेन दोनों पर पड़ सकता है।


ट्रंप के टैरिफ का भारत से क्या संबंध?

डोनाल्ड ट्रंप पहले भी चीन पर कड़े टैरिफ लगाकर टेक्नोलॉजी वॉर शुरू कर चुके हैं। उनके नए प्रस्ताव के अनुसार, चीन से आने वाले कई इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर आयात शुल्क बढ़ाया जा सकता है।
हालांकि ये शुल्क सीधे अमेरिका के लिए हैं, लेकिन चूंकि कई भारतीय कंपनियां चीन के कंपोनेंट्स पर निर्भर हैं, इसका असर भारत में बनने वाले या असेंबल होने वाले स्मार्टफोन्स पर भी पड़ेगा।


कैसे प्रभावित हो सकती है भारत की स्मार्टफोन इंडस्ट्री?

1. उच्च लागत, बढ़ती कीमतें

अगर कंपनियों को कंपोनेंट्स महंगे मिलेंगे, तो वे लागत को ग्राहक पर डालेंगी — यानी स्मार्टफोन की कीमतें बढ़ सकती हैं।

2. चिप और बैटरी की सप्लाई में देरी

AI चिप्स, प्रोसेसर, बैटरी और डिस्प्ले जैसे कई हाई-टेक पार्ट्स चीन से आते हैं। सप्लाई चेन में बाधा आने से डिले और डिफेक्ट दोनों बढ़ सकते हैं।

3. लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर दबाव

भारत में मोबाइल निर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने PLI (Production Linked Incentive) स्कीम शुरू की है, लेकिन कंपोनेंट्स के महंगे होने से स्थानीय निर्माण भी सस्ता नहीं रह जाएगा।


क्या Apple, Xiaomi, Samsung जैसे ब्रांड होंगे प्रभावित?

बिलकुल।

  • Apple चीन में बड़े पैमाने पर प्रोडक्शन करता है, और टैरिफ की वजह से इसकी सप्लाई चेन में बदलाव संभव है।
  • Xiaomi, Realme, Vivo जैसी कंपनियां तो सीधे चीनी कंपनियां हैं, इसलिए इन पर प्रभाव और गहरा होगा।
  • Samsung जैसी कंपनियां भारत में मैन्युफैक्चरिंग करती हैं, लेकिन कंपोनेंट्स की सप्लाई पर असर संभव है।

क्या उपभोक्ताओं को तैयार रहना चाहिए?

हां। आने वाले महीनों में अगर वैश्विक स्तर पर ट्रेड वॉर गहराता है, तो भारत में:

  • बजट फोन महंगे हो सकते हैं
  • फ्लैगशिप फोन की कीमतें और ऊपर जा सकती हैं
  • पुराने मॉडल्स की सप्लाई घट सकती है

समाधान क्या हो सकता है?

  • लोकल सप्लाई चेन का विकास
  • अमेरिका और चीन के बीच स्थिर व्यापार संबंध
  • भारत की कंपनियों द्वारा वियतनाम, ताइवान जैसे देशों से विकल्प तलाशना

निष्कर्ष

ट्रंप की टैरिफ नीति भले ही अमेरिका-चीन के बीच हो, लेकिन इसका असर ग्लोबल इकोनॉमी और खासकर भारत जैसे टेक-डिपेंडेंट देशों पर निश्चित तौर पर पड़ सकता है। अगर यह नीति लागू होती है, तो स्मार्टफोन यूजर्स को जेब ढीली करनी पड़ सकती है।