सूखती तुलसी में डाल दें यह जादुई खाद, कुछ ही दिनों में पौधा फिर से हो जाएगा हरा-भरा

तुलसी के पौधे को सूखने से बचाना चाहते हैं? जानिए कुछ घरेलू और जादुई खादों के बारे में जो इसे हरा-भरा बना देंगे।

सूखती तुलसी में डाल दें यह जादुई खाद, कुछ ही दिनों में पौधा फिर से हो जाएगा हरा-भरा

 

भारतीय घरों में तुलसी का पौधा सिर्फ़ धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं होता, बल्कि यह एक औषधीय संपदा भी है। लेकिन अक्सर लोग इस पौधे को लगाते तो हैं, पर उसकी देखभाल में छोटी-छोटी गलतियां कर बैठते हैं, जिससे पौधा सूखने लगता है। यदि आपकी तुलसी भी मुरझा रही है या सूख रही है, तो घबराइए नहीं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आप किचन में मौजूद कुछ बेहद आसान और जादुई खादों की मदद से तुलसी के पौधे को फिर से हरा-भरा कैसे बना सकते हैं।


 1. चायपत्ती की खाद – ज़बरदस्त प्राकृतिक पोषण

उपयोग की गई चायपत्ती को अक्सर लोग फेंक देते हैं, लेकिन यही चायपत्ती तुलसी के पौधे को फिर से जीवन देने में मददगार हो सकती है। चायपत्ती में मौजूद नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व पौधे को आवश्यक ऊर्जा देते हैं। बस इस्तेमाल की हुई चायपत्ती को धोकर सुखा लें और हफ्ते में एक बार मिट्टी में मिला दें। इससे पौधा हरा-भरा हो जाएगा।


 2. गोबर की खाद – जैविक उर्वरक का राजा

गाय के सूखे गोबर से बनी खाद तुलसी के लिए बहुत उपयोगी होती है। यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने के साथ-साथ माइक्रोबायोलॉजिकल बैलेंस बनाए रखती है। 15-20 दिन में एक बार थोड़ा गोबर मिट्टी में मिलाने से तुलसी का पौधा स्वस्थ और जीवंत बना रहता है।


 3. केले के छिलकों की खाद – पोटैशियम की खान

केले के छिलके प्राकृतिक रूप से पोटैशियम और फॉस्फेट्स से भरपूर होते हैं। आप केले के छिलकों को बारीक काटकर मिट्टी में मिला सकते हैं या फिर रातभर पानी में भिगोकर उस पानी को पौधे में डाल सकते हैं। यह तुलसी के सूखते पत्तों को फिर से जीवंत बना देगा।


 4. लकड़ी की राख – फंगल इंफेक्शन से सुरक्षा

लकड़ी की राख में कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है। यह न सिर्फ़ पौधे को पोषण देती है बल्कि मिट्टी के पीएच लेवल को संतुलित करती है और कीटों को दूर रखने में भी सहायक होती है। एक चुटकी राख को सप्ताह में एक बार तुलसी की मिट्टी में मिलाएं।


 5. कॉफी पाउडर – नाइट्रोजन से भरपूर पोषण

कॉफी पाउडर में भी चायपत्ती की तरह नाइट्रोजन, फॉस्फोरस और पोटैशियम भरपूर मात्रा में होता है। यह पौधे की जड़ों को मज़बूत बनाता है और हरी पत्तियों की ग्रोथ को बढ़ाता है। आधा चम्मच कॉफी पाउडर को मिट्टी में मिला देने से ही असर दिखने लगता है।


 6. नीम पाउडर – कवक और कीटों से बचाव

तुलसी के पौधे में अकसर फंगल इंफेक्शन या कीट लग जाते हैं। इससे बचने के लिए नीम का पाउडर एक बेहतरीन उपाय है। मिट्टी में इसे मिलाने से पौधा सुरक्षित रहता है और उसका विकास भी सही तरीके से होता है।


 7. धूप का रखें खास ध्यान

तुलसी को रोज़ाना सुबह की धूप बहुत पसंद होती है। कोशिश करें कि पौधा ऐसी जगह रखा जाए जहां उसे कम से कम 3-4 घंटे की हल्की धूप मिले। दोपहर की कड़ी धूप से बचाने के लिए उस पर लाल रंग की चुनरी या सूती कपड़ा डाल सकते हैं।


 8. पानी देने की सही विधि

अक्सर लोग तुलसी को रोज़ पानी दे देते हैं, लेकिन यह गलती है। तुलसी की जड़ों में फंगस लगने का खतरा होता है, इसलिए तब तक पानी न दें जब तक मिट्टी ऊपर से सूख न जाए। गुनगुना पानी देना और सुबह के समय देना ज्यादा फायदेमंद रहता है।


 9. मंजरी और सूखे पत्तों को हटाएं

तुलसी के पौधे में जब मंजरी (फूल वाली डंडी) आ जाती है, तो वह बाकी पत्तियों से पोषण खींचने लगती है, जिससे पौधा कमजोर हो जाता है। इसलिए समय-समय पर मंजरी और सूखे पत्तों को तोड़ते रहना ज़रूरी होता है ताकि नई कोपलें जल्दी निकल सकें।


 10. वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग

अगर आपके पास वर्मी कम्पोस्ट (केचुओं से बनी जैविक खाद) उपलब्ध है, तो तुलसी के लिए यह वरदान से कम नहीं है। इससे पौधे को सभी आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं और जड़ें मज़बूत होती हैं। महीने में एक बार थोड़ा सा वर्मी कम्पोस्ट जरूर डालें।


 तुलसी की मिट्टी की गुणवत्ता बनाए रखें

मिट्टी में जल निकासी की सुविधा होनी चाहिए। यदि गमला पानी रोकता है तो तुलसी की जड़ों में सड़न हो सकती है। हर 4-5 महीने में मिट्टी को पलटना और उसमें जैविक खाद मिलाना पौधे की सेहत के लिए बहुत अच्छा रहता है।


 तुलसी को सकारात्मक ऊर्जा से भरें

तुलसी न केवल आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होती है, बल्कि यह सकारात्मक ऊर्जा भी फैलाती है। हर दिन सुबह इसके सामने दीपक जलाएं और मंत्रों का उच्चारण करें। इससे पौधा भी प्रफुल्लित होता है और वातावरण भी सकारात्मक रहता है।


यदि आपकी तुलसी सूख रही है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। ऊपर बताए गए घरेलू और प्राकृतिक उपायों को अपनाकर आप फिर से अपने तुलसी के पौधे को स्वस्थ बना सकते हैं। थोड़ा ध्यान, स्नेह और सही खाद — यही है तुलसी को जीवन देने का मूल मंत्र।


 डिस्क्लेमर:

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले कृपया पौधों के जानकार या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।