गर्मी में लू से बचने के लिए रोजाना पिएं खट्टा-मीठा जलजीरा, इस आसान रेसिपी से झटपट करें तैयार
गर्मियों में लू और डिहाइड्रेशन से बचने के लिए खट्टा-मीठा जलजीरा एक बेहतरीन घरेलू उपाय है। जानिए इसकी आसान रेसिपी और सेहत से जुड़े फायदे।

हर साल गर्मियों की तपती दोपहरें और लू चलना आम बात हो जाती है। ऐसे मौसम में शरीर को ठंडा और हाइड्रेट रखना बेहद ज़रूरी होता है। लू लगने से कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, और कभी-कभी बेहोशी तक हो सकती है। ऐसे में आयुर्वेद में बताई गई पारंपरिक पेय "जलजीरा" एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच का काम करता है।
जलजीरा, खासतौर पर खट्टा-मीठा जलजीरा, गर्मियों में न केवल शरीर को ठंडक देता है बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है। इसमें कई औषधीय गुण वाले मसालों और जड़ी-बूटियों का उपयोग होता है जो लू और डिहाइड्रेशन से बचाते हैं। इस लेख में हम जानेंगे खट्टा-मीठा जलजीरा क्या है, इसके फायदे और एक बेहद आसान रेसिपी जिससे आप इसे रोज घर पर बना सकते हैं।
जलजीरा क्या है?
जलजीरा एक पारंपरिक भारतीय पेय है जो पुदीना, धनिया, जीरा, काला नमक, सौंठ और इमली जैसी सामग्रियों से बनाया जाता है। इसका स्वाद खट्टा, तीखा और हल्का मीठा होता है। यह पेय विशेष रूप से गर्मियों में लोकप्रिय है क्योंकि यह प्यास बुझाने के साथ-साथ शरीर को ठंडक भी देता है।
खट्टा-मीठा जलजीरा पीने के फायदे
1. लू से बचाव
जलजीरा में मौजूद पुदीना, जीरा और काला नमक शरीर के तापमान को नियंत्रित रखते हैं और लू से बचाने में मदद करते हैं।
2. पाचन में सहायक
सौंठ, हींग और काला नमक पाचन तंत्र को सक्रिय करते हैं। जलजीरा खाने से पहले या बाद में लिया जाए तो यह गैस, अपच और एसिडिटी को दूर करता है।
3. डिहाइड्रेशन से राहत
इसमें पानी की मात्रा ज्यादा होती है और इलेक्ट्रोलाइट्स भी भरपूर होते हैं जो शरीर में पानी की कमी को पूरा करते हैं।
4. वजन घटाने में मददगार
जलजीरा कैलोरी में बहुत कम होता है और भूख को नियंत्रित करता है। इससे मेटाबॉलिज्म तेज होता है जो वजन घटाने में सहायक हो सकता है।
5. त्वचा के लिए फायदेमंद
शरीर में जब टॉक्सिन्स कम होते हैं और डाइजेशन अच्छा होता है तो इसका असर चेहरे और त्वचा पर भी दिखता है।
खट्टा-मीठा जलजीरा बनाने की आसान रेसिपी
आवश्यक सामग्री (4-5 गिलास के लिए):
सामग्री |
मात्रा |
पुदीने की पत्तियाँ |
1 कप |
धनिया पत्तियाँ |
1/2 कप |
इमली का गूदा |
2 टेबल स्पून |
नींबू का रस |
2 टेबल स्पून |
भुना जीरा पाउडर |
1 टेबल स्पून |
काला नमक |
1 टी स्पून |
साधा नमक |
स्वादानुसार |
सौंठ पाउडर |
1/2 टी स्पून |
काली मिर्च पाउडर |
1/2 टी स्पून |
चीनी या गुड़ |
1 टेबल स्पून (इच्छानुसार) |
ठंडा पानी |
4–5 गिलास |
बर्फ के टुकड़े |
आवश्यकतानुसार |
विधि (झटपट तैयारी):
1. सबसे पहले पुदीना और धनिया की पत्तियों को अच्छे से धो लें।
2. अब मिक्सर जार में पुदीना, धनिया, इमली का गूदा, नींबू रस, चीनी या गुड़ और थोड़ा पानी डालकर महीन पेस्ट बना लें।
3. इस पेस्ट को छलनी से छान लें ताकि मोटे रेशे अलग हो जाएं।
4. अब इसमें भुना हुआ जीरा, सौंठ, काला नमक, काली मिर्च पाउडर और साधा नमक मिलाएं।
5. स्वादानुसार पानी और बर्फ के टुकड़े डालें।
6. गिलास में डालें और ऊपर से नींबू की स्लाइस या पुदीने की पत्ती से गार्निश करें।
7. तैयार है आपका ठंडा-ठंडा खट्टा-मीठा जलजीरा!
कब और कैसे पीएं?
- सुबह धूप में बाहर निकलने से पहले
- दोपहर के खाने के बाद पाचन के लिए
- लू लगने पर तत्काल राहत के रूप में
- गर्मी के मौसम में दिन में 1–2 बार पी सकते हैं
जलजीरा पाउडर भी बनाकर रखें
अगर आप बार-बार ताज़ा पेस्ट नहीं बनाना चाहते, तो ये सूखा जलजीरा पाउडर तैयार कर सकते हैं:
सामग्री (ड्राय पाउडर के लिए):
- भुना जीरा – 4 टेबल स्पून
- सौंठ – 2 टेबल स्पून
- काला नमक – 1 टेबल स्पून
- काली मिर्च – 1 टी स्पून
- हींग – चुटकीभर
- आमचूर – 2 टेबल स्पून
- पुदीना पाउडर – 2 टेबल स्पून
इन सबको मिक्स कर एयरटाइट डिब्बे में रखें। उपयोग के समय एक गिलास पानी में 1 टी स्पून मिलाएं, नींबू रस डालें और बर्फ के साथ पिएं।
जलजीरा को और भी रोचक बनाने के टिप्स
- जलजीरा में सोडा वॉटर मिलाकर पार्टी ड्रिंक बनाया जा सकता है
- फैंसी सर्विंग के लिए गिलास के किनारों पर नमक लगाएं
- बच्चों के लिए इसे थोड़ा मीठा बनाएं
गर्मियों में खट्टा-मीठा जलजीरा केवल एक स्वादिष्ट पेय नहीं है, बल्कि एक हेल्थ ड्रिंक है जो शरीर को ठंडक देता है, डिहाइड्रेशन से बचाता है और लू लगने जैसी समस्याओं को रोकता है। इसकी झटपट बनने वाली रेसिपी इसे हर घर का जरूरी हिस्सा बना देती है।
अगर आप भी चाहते हैं कि गर्मी में स्वस्थ और तरोताजा बने रहें, तो आज से ही खट्टा-मीठा जलजीरा अपने डेली रूटीन में शामिल करें।
Disclaimer (अस्वीकरण):
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दिए गए सुझाव और पेय किसी भी चिकित्सकीय सलाह का विकल्प नहीं हैं। यदि आपको किसी प्रकार की एलर्जी, गैस्ट्रिक समस्या या विशेष चिकित्सा स्थिति है तो प्रयोग से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।