Lucky Rashiyan: 20 अप्रैल से इन राशि वालों की चमक सकती है किस्मत, बन रहा है गजकेसरी राजयोग

20 अप्रैल 2025 से बन रहा है गजकेसरी राजयोग। जानिए किन 5 राशियों की चमकेगी किस्मत और क्या होंगे इस शुभ योग के लाभ। ज्योतिषीय उपाय और प्रभाव पढ़ें।

Lucky Rashiyan: 20 अप्रैल से इन राशि वालों की चमक सकती है किस्मत, बन रहा है गजकेसरी राजयोग

 

Lucky Rashiyan: 20 अप्रैल से इन राशि वालों की चमक सकती हैं किस्मत, बन रहा है गजकेसरी राजयोग

ज्योतिष शास्त्र में योगों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान होता है, और जब बात राजयोग की हो, तो इसका प्रभाव जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है। ऐसा ही एक अत्यंत शुभ योग है – गजकेसरी राजयोग, जो 20 अप्रैल 2025 से बन रहा है। यह योग अत्यंत सौभाग्यशाली माना जाता है और कुछ विशेष राशियों के जातकों के लिए यह समय किस्मत बदलने वाला साबित हो सकता है।

इस लेख में हम जानेंगे कि गजकेसरी राजयोग क्या है, यह कैसे बनता है, और किन राशियों के लिए यह 20 अप्रैल 2025 से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाएगा।


क्या है गजकेसरी राजयोग?

गजकेसरी योग तब बनता है जब चंद्रमा और बृहस्पति एक-दूसरे के केंद्र स्थानों (1, 4, 7, 10) में स्थित होते हैं। यह योग जातक के जीवन में:

  • विद्या
  • धन
  • प्रतिष्ठा
  • नेतृत्व
  • भाग्य
  • और सफलता

लेकर आता है। इसे राजयोग इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह योग राजसी वैभव, सम्मान, और आत्मविश्वास प्रदान करता है।


गजकेसरी राजयोग बन रहा है 20 अप्रैल 2025 से

20 अप्रैल 2025 को चंद्रमा और गुरु ग्रह की युति से गजकेसरी योग बन रहा है, जो विशेष रूप से कुछ राशियों को अत्यंत शुभ फल देगा। यह योग 2-3 दिनों के लिए मुख्य रूप से प्रभावी रहेगा लेकिन जिन राशियों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है, उनके लिए आने वाले 15-30 दिन तक यह योग जीवन में सकारात्मक तरंगें भेजेगा।


गजकेसरी राजयोग का प्रभाव: किन राशियों की चमकेगी किस्मत?

 1. वृषभ राशि (Taurus)

गजकेसरी योग आपके धन भाव में बन रहा है। यह समय:

  • आर्थिक दृष्टि से अत्यंत शुभ
  • आय के नए स्रोत खुल सकते हैं
  • बैंक बैलेंस बढ़ेगा
  • पारिवारिक जीवन में सुखद वातावरण

उपाय: हर गुरुवार को केले के पेड़ की पूजा करें।


 2. कर्क राशि (Cancer)

गजकेसरी योग आपके भाग्य भाव में बन रहा है। इसका असर:

  • किस्मत का साथ मिलेगा
  • लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे
  • यात्रा से लाभ होगा
  • उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता

उपाय: विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।


 3. तुला राशि (Libra)

यह योग आपके व्यवसाय भाव में प्रभावी रहेगा:

  • करियर में उन्नति के योग
  • नौकरी में प्रमोशन या नई जिम्मेदारी
  • व्यापार में लाभ
  • वरिष्ठों का सहयोग मिलेगा

उपाय: गाय को हर गुरुवार चने और गुड़ खिलाएं।


 4. धनु राशि (Sagittarius)

गजकेसरी योग आपके चतुर्थ भाव में बन रहा है:

  • संपत्ति से जुड़ा लाभ
  • घर, वाहन खरीदने के योग
  • पारिवारिक सौहार्द बढ़ेगा
  • मां के स्वास्थ्य में सुधार

उपाय: घर के उत्तर-पूर्व कोने में शुद्ध जल से सफाई करें और दीपक जलाएं।


 5. मीन राशि (Pisces)

यह योग आपके लग्न में बन रहा है, जो सबसे अधिक प्रभावशाली होता है:

  • आत्मविश्वास बढ़ेगा
  • सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ेगी
  • निर्णय लेने की क्षमता मजबूत होगी
  • नए अवसर मिलेंगे

उपाय: पीले वस्त्र धारण करें और हल्दी तिलक लगाएं।


 गजकेसरी राजयोग के सामान्य फल

  • मान-सम्मान में वृद्धि
  • बुद्धिमत्ता और निर्णय क्षमता में सुधार
  • सरकारी कार्यों में सफलता
  • संतान सुख और शिक्षा में प्रगति
  • जीवन में स्थायित्व और आत्मिक संतुलन

 अन्य राशियों के लिए संदेश

बाकी राशियों के लिए भी यह योग बुरा नहीं है, लेकिन उपरोक्त राशियों को इसका सीधा और तीव्र प्रभाव प्राप्त होगा। अन्य राशियों को अन्य ग्रहों की स्थिति के अनुसार सीमित लाभ मिल सकता है।


 गजकेसरी योग में क्या करें?

  • अपने गुरुओं और माता-पिता का आशीर्वाद लें
  • धार्मिक कार्यों में भाग लें
  • ज्ञान वृद्धि के लिए प्रयास करें
  • अनाथ या निर्धन बच्चों को भोजन कराएं
  • पीले रंग का अधिक उपयोग करें

 क्या करें, क्या न करें?

 करें:

  • गुरुवार के दिन व्रत रखें
  • गुरु या चंद्रमा मंत्र का जाप करें
  • गुरु पुष्य योग या शुभ मुहूर्त में कार्य आरंभ करें

 न करें:

  • किसी की निंदा या अपमान
  • आलस्य या निर्णय में देरी
  • धार्मिक स्थलों पर अपवित्रता

20 अप्रैल 2025 से बन रहा गजकेसरी राजयोग विशेष रूप से वृषभ, कर्क, तुला, धनु और मीन राशियों के लिए अत्यंत शुभ है। यह योग जीवन में भाग्य, धन, यश और प्रगति के द्वार खोल सकता है। यदि आप इन राशियों में से हैं, तो यह समय आपके लिए एक सुनहरा अवसर हो सकता है।

ज्योतिष के अनुसार, समय का सही उपयोग ही भविष्य को संवार सकता है। यदि आप इस योग का लाभ उठाना चाहते हैं, तो धार्मिक आचरण, गुरुजनों का सम्मान और आत्मचिंतन को जीवन में अपनाएं।