MSME को सस्ते लोन की योजना फिर हो सकती है शुरू – जानें ब्याज दर और पात्रता
भारत सरकार MSMEs को सस्ते लोन देने के लिए फिर से ब्याज सब्सिडी योजना शुरू करने की तैयारी में है। जानिए कौन पात्र होगा, कितनी मिलेगी राहत।

भारत की अर्थव्यवस्था में MSME (Micro, Small and Medium Enterprises) यानी सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र न केवल लाखों लोगों को रोजगार प्रदान करता है, बल्कि निर्यात और जीडीपी में भी बड़ा योगदान देता है। लेकिन कोविड-19 महामारी और वैश्विक आर्थिक संकट के कारण MSMEs को वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ा है। अब सरकार इस क्षेत्र को फिर से उबारने के लिए सस्ते लोन की पुरानी योजना को दोबारा शुरू करने की योजना बना रही है।
इस लेख में हम जानेंगे कि MSME को सस्ते लोन की योजना क्या है, यह कैसे काम करती है, और इससे कैसे आपके बिजनेस को फायदा हो सकता है।
MSME सेक्टर की मौजूदा स्थिति
MSME सेक्टर भारत की रीढ़ की हड्डी माना जाता है। लगभग 6.3 करोड़ MSME देश में कार्यरत हैं, जो कुल रोजगार का लगभग 30% और निर्यात का लगभग 45% प्रदान करते हैं। यह क्षेत्र कृषि के बाद सबसे अधिक लोगों को रोजगार देता है। लेकिन हाल के वर्षों में आर्थिक मंदी, महंगाई और कच्चे माल की लागत में वृद्धि से MSMEs पर संकट गहरा गया।
सरकार की कई योजनाओं के बावजूद, MSMEs को पूंजी तक सस्ता और सुगम पहुंच नहीं मिल पाती है। इसी कमी को पूरा करने के लिए सरकार एक बार फिर 'ब्याज सब्सिडी योजना' को पुनः शुरू करने पर विचार कर रही है।
क्या है MSME के लिए ब्याज सब्सिडी योजना?
ब्याज सब्सिडी योजना (Interest Subvention Scheme) एक ऐसी सरकारी पहल है, जिसके अंतर्गत MSMEs को दिए गए लोन पर सरकार कुछ प्रतिशत ब्याज की भरपाई करती है। इससे MSME को लोन सस्ते ब्याज दर पर मिलता है।
उदाहरण के लिए, अगर किसी बैंक का ब्याज दर 10% है और सरकार 2% सब्सिडी देती है, तो MSME को सिर्फ 8% ब्याज देना होता है। पहले यह योजना साल 2021 तक लागू थी, लेकिन बाद में इसे रोक दिया गया था। अब सरकार इसे दोबारा लागू करने की योजना बना रही है।
संभावित ब्याज दरें कितनी हो सकती हैं?
अगर ब्याज सब्सिडी योजना दोबारा शुरू होती है, तो MSMEs को निम्नलिखित फायदे हो सकते हैं:
- SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया): MSME लोन की वर्तमान दर लगभग 8.0% से शुरू होती है।
- अन्य बैंक: कई बैंक 8.85% से लेकर 11% तक की दरों पर MSME को लोन देते हैं।
- ब्याज सब्सिडी लागू होने पर: ब्याज दर में 2% तक की राहत मिल सकती है, जिससे दर घटकर 6% से 9% के बीच आ सकती है।
इससे लघु और मध्यम उद्यमों को लोन लेना आसान होगा और ऋण चुकाने का दबाव भी कम होगा।
✅ पात्रता कौन रखेगा?
ब्याज सब्सिडी योजना के लिए वही MSMEs पात्र होंगे जो:
1. GST रजिस्ट्रेशन में रजिस्टर्ड हों
2. Udyam रजिस्ट्रेशन करवा चुके हों
3. बैंक से लोन लिया हो जो RBI द्वारा मान्यता प्राप्त हो
4. विलंबित लोन या डिफॉल्ट में शामिल ना हों
आवश्यक दस्तावेज़
सरकार की इस योजना के तहत लोन लेने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज़ों की जरूरत होगी:
- आधार कार्ड और पैन कार्ड
- Udyam रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र
- GST रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र
- बैंक खाता विवरण
- व्यापार योजना और टर्नओवर रिपोर्ट
- पिछले 2-3 वर्षों की बैलेंस शीट
MSME लोन की प्रमुख सरकारी योजनाएं
ब्याज सब्सिडी के अलावा, MSMEs के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं जो लोन प्राप्त करने में मदद करती हैं:
1. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY)
o शिशु, किशोर और तरुण श्रेणियों के अंतर्गत ₹50,000 से ₹10 लाख तक का ऋण।
2. क्रेडिट गारंटी फंड ट्रस्ट फॉर MSMEs (CGTMSE)
o बिना किसी गारंटी ₹2 करोड़ तक का लोन।
3. स्टैंड-अप इंडिया योजना
o अनुसूचित जाति/जनजाति और महिलाओं को ₹10 लाख से ₹1 करोड़ तक का ऋण।
4. इमरजेंसी क्रेडिट लाइन गारंटी स्कीम (ECLGS)
o कोविड के समय शुरू हुई थी, जिसमें ₹3 लाख करोड़ तक की लोन राशि दी गई।
योजना से MSME को क्या फायदे होंगे?
- सस्ती ब्याज दरों पर लोन प्राप्त होगा
- नकदी प्रवाह सुधरेगा
- उत्पादन क्षमता बढ़ेगी
- रोजगार के नए अवसर बनेंगे
- आयात-निर्यात में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी
कब शुरू हो सकती है यह योजना?
सरकारी सूत्रों के अनुसार, यह योजना 2025 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) तक लागू की जा सकती है। योजना पर नीति आयोग, वित्त मंत्रालय और MSME मंत्रालय के बीच विचार-विमर्श चल रहा है। अगर सभी प्रक्रियाएं समय पर पूरी हुईं, तो MSMEs को जल्दी ही इसका लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
ब्याज सब्सिडी योजना का दोबारा शुरू होना MSMEs के लिए एक राहत की खबर है। यह पहल न केवल उद्यमियों को वित्तीय रूप से मजबूत बनाएगी, बल्कि भारत के आर्थिक ढांचे को भी मज़बूत करेगी। अगर आप भी MSME चला रहे हैं, तो इस योजना के शुरू होते ही आवेदन के लिए तैयार रहें।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी सरकारी योजना का लाभ उठाने से पहले संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। योजना में बदलाव संभव है।