यूपी में बुजुर्गों को नहीं मिलेगी पेंशन? जानिए 15 मई तक क्या करना जरूरी है

उत्तर प्रदेश में पेंशनधारकों के लिए बड़ी खबर! 15 मई 2025 तक e-KYC और जीवन प्रमाण-पत्र न कराने पर आपकी पेंशन रोकी जा सकती है। जानिए पूरी जानकारी इस ब्लॉग में।

यूपी में बुजुर्गों को नहीं मिलेगी पेंशन? जानिए 15 मई तक क्या करना जरूरी है

उत्तर प्रदेश में बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को दी जाने वाली सामाजिक पेंशन में बड़ा अपडेट आया है। अगर आप या आपके परिवार में कोई इस योजना के लाभार्थी हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। सरकार ने 15 मई 2025 तक एक अहम प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य कर दिया है। ऐसा न करने पर पेंशन की रकम रोकी जा सकती है।

इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि क्या करना है, क्यों जरूरी है, और किन लोगों पर इसका प्रभाव पड़ेगा।


 बुजुर्गों की पेंशन योजना: एक नजर

उत्तर प्रदेश सरकार कई सामाजिक सुरक्षा योजनाएं चला रही है, जिनमें बुजुर्ग, विधवा, और दिव्यांग पेंशन योजनाएं प्रमुख हैं। इन योजनाओं के तहत पात्र नागरिकों को हर महीने वित्तीय सहायता दी जाती है, जिससे उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी हो सकें।

मुख्य योजनाएं:

  • वृद्धावस्था पेंशन योजना
  • विधवा पेंशन योजना
  • दिव्यांग पेंशन योजना

 नया अपडेट: 15 मई 2025 तक यह काम जरूरी

सरकार ने निर्देश जारी किया है कि सभी पेंशनधारकों को ई-केवाईसी (e-KYC) और जीवित प्रमाण-पत्र (Life Certificate) की प्रक्रिया 15 मई 2025 तक पूरी करनी होगी।

अगर किसी ने यह कार्य निर्धारित तिथि तक नहीं किया, तो उसकी पेंशन अस्थायी रूप से रोक दी जाएगी।


 क्या है e-KYC और जीवन प्रमाण-पत्र?

 e-KYC (इलेक्ट्रॉनिक केवाईसी):

यह आधार कार्ड आधारित एक सत्यापन प्रक्रिया है, जिससे सरकार यह सुनिश्चित करती है कि लाभार्थी जीवित है और उसी के नाम से पेंशन दी जा रही है।

जीवन प्रमाण-पत्र:

यह एक प्रकार का दस्तावेज होता है जो यह प्रमाणित करता है कि लाभार्थी जीवित है। इसे ऑनलाइन माध्यम (Jeevan Pramaan Portal) या CSC सेंटर के जरिए अपडेट किया जा सकता है।


 अंतिम तिथि: 15 मई 2025

सरकार ने सभी लाभार्थियों को समय रहते यह प्रक्रिया पूरी करने के लिए सूचित किया है। इससे पहले भी कई लोगों की पेंशन सिर्फ इस कारण से रोकी जा चुकी है कि उन्होंने समय पर जीवन प्रमाण-पत्र या e-KYC नहीं कराया।


 क्या होगा अगर 15 मई तक यह काम न किया?

  • आपकी पेंशन रोक दी जाएगी।
  • किसी प्रकार की वित्तीय सहायता जमा नहीं होगी।
  • दोबारा प्रक्रिया पूरी होने तक रकम अटकी रहेगी।
  • कई मामलों में नाम हटाया भी जा सकता है अगर लापरवाही लंबे समय तक रही।

 कैसे कराएं e-KYC और जीवन प्रमाण-पत्र?

1. निकटतम CSC केंद्र पर जाएं

  • अपना आधार कार्ड और पेंशन आईडी साथ ले जाएं
  • बायोमेट्रिक के जरिए ई-केवाईसी पूरा करें
  • वहीं पर जीवन प्रमाण-पत्र भी ऑनलाइन जमा किया जा सकता है

2. Jeevan Pramaan ऐप के जरिए (अगर स्मार्टफोन है)

  • ऐप डाउनलोड करें
  • आधार नंबर और मोबाइल से लॉगिन करें
  • फिंगरप्रिंट या आईरिस स्कैन से जीवन प्रमाण-पत्र सबमिट करें

 किन दस्तावेजों की जरूरत होगी?

  • आधार कार्ड
  • पेंशन आईडी या लाभार्थी कोड
  • मोबाइल नंबर (आधार से लिंक होना चाहिए)
  • बैंक खाता विवरण (जिसमें पेंशन आती है)

 सरकार की ओर से क्या कहा गया?

उत्तर प्रदेश के समाज कल्याण विभाग ने प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया कि:

पेंशन योजनाओं में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए e-KYC और जीवन प्रमाण-पत्र अनिवार्य किया गया है। सभी लाभार्थियों से अनुरोध है कि वे 15 मई 2025 तक यह प्रक्रिया पूरा करें, जिससे उनकी पेंशन नियमित रूप से मिलती रहे।”


 ग्रामीण क्षेत्रों में क्या व्यवस्था है?

ग्रामीण इलाकों में ऐसे बुजुर्ग जिनके पास स्मार्टफोन या इंटरनेट नहीं है, उनके लिए ग्राम पंचायत, CSC सेंटर और डाकघर में सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। ग्राम प्रधान और पंचायत सचिवों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बुजुर्गों की सहायता करें।


 किन लोगों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा?

  • 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग
  • 18 वर्ष से ऊपर की विधवा महिलाएं
  • दिव्यांग नागरिक
  • ऐसे लाभार्थी जो पिछले 1 साल से e-KYC नहीं करा पाए

 लाभार्थियों की संख्या

वर्तमान में उत्तर प्रदेश में लगभग 90 लाख से अधिक पेंशनधारी हैं, जिनमें से एक बड़ी संख्या को यह प्रक्रिया पूरी करनी है। अगर एक बड़ा हिस्सा इसे नहीं करता है, तो लाखों लोगों की पेंशन पर असर पड़ सकता है।


 सुझाव: क्या करें?

1.    15 मई से पहले नजदीकी केंद्र पर जाकर प्रक्रिया पूरी करें

2.    बुजुर्ग परिजनों की मदद करें

3.    आधार से मोबाइल लिंक कराएं

4.    समय-समय पर पोर्टल चेक करते रहें


अगर आप उत्तर प्रदेश के पेंशनधारी हैं या आपके परिवार में कोई इस योजना से लाभान्वित हो रहा है, तो 15 मई 2025 तक e-KYC और जीवन प्रमाण-पत्र की प्रक्रिया पूरा करना बेहद जरूरी है। यह सिर्फ एक औपचारिकता नहीं, बल्कि पेंशन जारी रखने का अहम हिस्सा बन चुका है।

सरकार की यह पहल पारदर्शिता और पात्रता सुनिश्चित करने की दिशा में एक जरूरी कदम है। इस सूचना को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि कोई भी जरूरतमंद इसका लाभ उठाने से वंचित न रह जाए।