Aadhar App लॉन्च: अब होटलों में नहीं देनी होगी आधार की फोटोकॉपी

UIDAI ने Aadhaar Face Authentication App लॉन्च किया है, जिससे अब होटलों में पहचान के लिए आधार फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जानें यह ऐप कैसे करता है काम।

Aadhar App लॉन्च: अब होटलों में नहीं देनी होगी आधार की फोटोकॉपी

 

Aadhar App लॉन्च: अब होटलों में नहीं देनी होगी आधार की फोटोकॉपी, जानिए कैसे करेगा काम

आज के डिजिटल युग में हमारी पहचान भी अब तकनीक के साथ और ज्यादा सुरक्षित और सुविधाजनक हो रही है। भारत सरकार ने आधार से जुड़ी एक बड़ी सुविधा की शुरुआत की है जिससे आम नागरिकों को अपनी पहचान साझा करते समय अब पहले जैसी चिंता नहीं करनी पड़ेगी। UIDAI ने आधार फेस ऑथेंटिकेशन मोबाइल ऐप (Aadhaar Face RD App) लॉन्च किया है, जिससे अब होटल, लॉज या अन्य किसी स्थान पर ठहरते समय आपको अपनी आधार की फोटोकॉपी देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

तो आइए जानते हैं, यह नया ऐप कैसे काम करता है, इसके क्या फायदे हैं और इससे आपकी पहचान कितनी सुरक्षित हो जाएगी।


 क्या है आधार फेस ऑथेंटिकेशन ऐप?

UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) द्वारा लॉन्च किया गया यह मोबाइल ऐप एक बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन टूल है जो चेहरे की पहचान (Face Recognition) के जरिए व्यक्ति की पहचान सत्यापित करता है। इस ऐप की मदद से अब होटल, ट्रैवल एजेंसी या कोई भी वैध संस्था व्यक्ति की पहचान सिर्फ उसके चेहरे से कर सकती है, बिना आधार कार्ड की फोटोकॉपी लिए।


 ऐप कैसे करेगा काम?

1.    ऐप डाउनलोड करें: होटल या संस्था को UIDAI की ऑफिशियल वेबसाइट या प्ले स्टोर से "Aadhaar Face RD App" डाउनलोड करना होगा।

2.    यूजर का आधार नंबर दर्ज करें: यूजर का 12 अंकों का आधार नंबर एंटर किया जाएगा।

3.    चेहरा स्कैन होगा: मोबाइल कैमरा यूजर के चेहरे को स्कैन करेगा।

4.    UIDAI से वेरीफिकेशन: ऐप UIDAI के सर्वर से उस चेहरे का मिलान करेगा।

5.    सत्यापन सफल: अगर चेहरा आधार डेटा से मेल खाता है तो व्यक्ति की पहचान सफलतापूर्वक सत्यापित हो जाएगी।

इस प्रक्रिया में कहीं भी आधार की फोटोकॉपी या फिजिकल कार्ड की जरूरत नहीं पड़ती।


 इस ऐप के क्या फायदे हैं?

 1. फोटोकॉपी का झंझट खत्म

अक्सर हम होटलों में चेक-इन के समय आधार कार्ड की फोटोकॉपी देते हैं, जिससे डुप्लीकेटिंग या गलत इस्तेमाल की संभावना रहती है। अब इसकी जरूरत नहीं।

 2. पहचान की गोपनीयता बनी रहती है

अब आपको किसी अजनबी को अपने आधार नंबर या पता आदि बताने की जरूरत नहीं है। सिर्फ चेहरे के माध्यम से पहचान सत्यापित हो जाती है।

 3. पेपरलेस और डिजिटल प्रोसेस

यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल और पेपरलेस है। इससे न सिर्फ पर्यावरण का संरक्षण होता है, बल्कि दस्तावेज़ों की फाइलिंग की झंझट भी खत्म होती है।

 4. फर्जी पहचान का खतरा कम

इस ऐप में UIDAI के लाइव डेटा से मिलान होता है, जिससे फेक आईडी या डुप्लीकेट आधार से किसी की पहचान नहीं की जा सकती।


 होटल और लॉज में चेक-इन के समय कैसे मिलेगा लाभ?

अब जब आप किसी होटल में चेक-इन करेंगे, तो होटल कर्मचारी सिर्फ आपके चेहरे की स्कैनिंग से आपकी पहचान को UIDAI से सत्यापित कर सकता है। इस प्रक्रिया से:

  • कागज और फोटोकॉपी की जरूरत नहीं होगी।
  • आपके आधार की गोपनीयता बनी रहेगी।
  • ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और लॉग रिकॉर्ड ऑटोमेटेड हो जाएंगे।

 कानूनी दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण कदम

सरकार और UIDAI लंबे समय से आधार की गोपनीयता और दुरुपयोग को लेकर चिंतित रही है। कई बार आधार की फोटोकॉपी से धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। इस ऐप के जरिए सरकार अब आम जनता की पहचान को सुरक्षित और आधुनिक बनाना चाहती है।


सवाल जो आपके मन में आ सकते हैं

 क्या सभी जगह यह ऐप जरूरी होगा?

नहीं, यह ऐप एक वैकल्पिक विकल्प है। यदि कोई होटल या संस्था इसे इस्तेमाल करता है, तो यह प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।

 क्या हर किसी को यह ऐप डाउनलोड करना होगा?

नहीं, ऐप होटल या संस्था द्वारा उपयोग किया जाएगा। आम नागरिक को कुछ करने की आवश्यकता नहीं है।

क्या यह ऐप बिना इंटरनेट के चलेगा?

नहीं, यह ऐप UIDAI के सर्वर से लाइव कनेक्शन रखता है, इसलिए इंटरनेट कनेक्शन आवश्यक है।


 डिजिटल इंडिया की दिशा में एक और कदम

यह ऐप डिजिटल इंडिया मिशन को भी मजबूती देता है। यह न सिर्फ तकनीक को आम लोगों तक पहुंचा रहा है, बल्कि सुरक्षा और सुविधा दोनों के स्तर पर बड़ा बदलाव ला रहा है।


 निष्कर्ष

Aadhaar Face RD App आम नागरिकों के लिए एक सुरक्षित, स्मार्ट और सहज समाधान है। होटलों, लॉज, सरकारी योजनाओं, और अन्य जगहों पर पहचान सत्यापन की प्रक्रिया अब कहीं अधिक डिजिटल, पेपरलेस और गोपनीय हो गई है। सरकार का यह कदम निश्चित ही भविष्य में पहचान से जुड़ी जटिलताओं को कम करेगा और डिजिटल ट्रस्ट को और अधिक मजबूत बनाएगा।


 "फोटोकॉपी नहीं, सिर्फ मुस्कान से पहचान!"