ज्येष्ठ माह में बन रहे खास ज्योतिषीय योग, इन राशियों की बदलने वाली है किस्मत
ज्येष्ठ माह 2025 में बन रहे पंचग्रही और गजकेसरी योग कुछ राशियों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने वाले हैं। जानिए कौन सी राशियाँ होंगी लाभ में।

हिंदू पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास वर्ष का तीसरा महीना होता है, जो इस बार 24 मई 2025 से 22 जून 2025 तक रहेगा। इस मास का विशेष महत्व धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से है। यह समय सूर्य की तपन, संयम, उपवास और आत्मचिंतन का माना जाता है। लेकिन इस बार ज्येष्ठ मास केवल व्रत और तप का ही नहीं, बल्कि कई राशियों के लिए सुनहरा मौका लेकर आ रहा है।
2025 के ज्येष्ठ माह में चंद्रमा, शुक्र, मंगल, शनि और राहु-केतु की खास स्थिति से कई शुभ योग बन रहे हैं। इन ग्रहों की युति और गोचर कुछ खास राशियों के जीवन में बड़ा बदलाव ला सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं कि ज्येष्ठ माह में कौन से प्रमुख ज्योतिषीय योग बन रहे हैं और किन राशियों की किस्मत बदलने वाली है।
ज्येष्ठ माह 2025 में बन रहे प्रमुख ज्योतिषीय योग:
1. शश योग (Chandra in Karka or Vrishabh)
जब चंद्रमा कर्क या वृषभ राशि में आता है तो शश योग बनता है। यह योग भावनात्मक शक्ति और वित्तीय लाभ के लिए श्रेष्ठ माना जाता है।
2. पंचग्रही योग – 25 मई 2025
गुरु, शुक्र, बुध, राहु और चंद्रमा का मिथुन राशि में एकत्र होना एक शक्तिशाली पंचग्रही योग बना रहा है। इससे बुद्धिमत्ता, कला और संचार क्षेत्र में तेजी से बदलाव आएगा।
3. गजकेसरी योग
गुरु और चंद्रमा की युति से बनने वाला यह योग मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा और धन लाभ का सूचक होता है। ये योग बार-बार इस महीने में बनेंगे, खासकर जब चंद्रमा कर्क, तुला, मीन में होगा।
4. शनि की दृष्टि और मंगल की युति
शनि की दृष्टि इस माह में कई बार मंगल और शुक्र पर पड़ रही है, जिससे अचानक धन लाभ, नया कार्यारंभ और पुरानी अड़चनों का समाधान होगा।
इन राशियों की बदलेगी किस्मत
1. वृषभ राशि (Taurus)
वृषभ राशि के जातकों के लिए यह समय बहुत शुभ रहेगा। पंचग्रही योग और शुक्र की शुभ स्थिति से आर्थिक लाभ, नौकरी में प्रमोशन और नए अवसर मिलने के योग हैं। यदि आप व्यापार में हैं तो नया पार्टनरशिप या प्रोजेक्ट हाथ लग सकता है।
मुख्य लाभ:
- अटका हुआ पैसा वापस मिलेगा
- रिलेशनशिप में मजबूती
- वाहन या प्रॉपर्टी की खरीदारी
2. मिथुन राशि (Gemini)
पंचग्रही योग की केंद्र राशि मिथुन होने से इस राशि के जातकों की सभी दिशाओं में प्रगति होगी। जो लोग लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं, उन्हें अब राहत और नई शुरुआत का मौका मिलेगा।
मुख्य लाभ:
- नई नौकरी या प्रमोशन
- इंटरव्यू या प्रतियोगिता में सफलता
- निवेश से लाभ
3. सिंह राशि (Leo)
गुरु और चंद्रमा का गजकेसरी योग इस राशि के लिए अत्यंत शुभ संकेत दे रहा है। यह समय मानसिक शांति, आध्यात्मिक उन्नति और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि का होगा।
मुख्य लाभ:
- मान-सम्मान में वृद्धि
- सरकारी कार्यों में सफलता
- संतान सुख और पारिवारिक संतुलन
4. धनु राशि (Sagittarius)
शनि की दृष्टि और गुरु की स्थिति के चलते इस राशि के जातकों के लिए कर्म का फल मिलने का समय आ चुका है। लंबे समय से जिन कामों में देरी हो रही थी, अब वो पूरे होंगे।
मुख्य लाभ:
- कोर्ट-कचहरी के मामलों में विजय
- ऋण मुक्ति या पुनर्भुगतान में राहत
- करियर में स्थिरता
5. कुंभ राशि (Aquarius)
मंगल, शुक्र और शनि के विशेष योग से इस राशि के जातकों को उत्साह, ऊर्जा और नई प्रेरणा मिलेगी। यह समय रचनात्मकता, कला, और नई परियोजनाओं के लिए उत्तम रहेगा।
मुख्य लाभ:
- स्टार्टअप या नया बिजनेस शुरू करने का अवसर
- विदेश यात्रा या वीजा से जुड़ी सफलता
- आत्मविश्वास में वृद्धि
सामान्य उपाय इस महीने के लिए:
1. जल चढ़ाएं: हर रोज़ प्रातःकाल में सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें।
2. गायत्री मंत्र का जाप करें: मानसिक शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए।
3. गाय को हरा चारा खिलाएं: ग्रहों की अनुकूलता के लिए लाभकारी।
4. सात्विक भोजन और संयम: यह मास तप का माना जाता है, इसलिए संयम बरतें।
ज्येष्ठ मास के प्रमुख पर्व-त्योहार (2025):
- वट सावित्री व्रत – 6 जून 2025 (शुक्रवार)
- गंगा दशहरा – 2 जून 2025 (सोमवार)
- निर्जला एकादशी – 6 जून 2025
- विवाह मुहूर्त – 4, 9, 14, 20 जून
निष्कर्ष
ज्येष्ठ माह में बन रहे ग्रहों के विशेष योग न सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ये राशियों के जीवन में प्रगति, सुख और सफलता का मार्ग भी प्रशस्त करेंगे। यह समय उन राशियों के लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा जिन्हें अब तक ठहराव का सामना करना पड़ा था। यदि आप भी उपर्युक्त राशियों में से हैं, तो इस महीने खुद पर विश्वास रखें, कर्म करते रहें और अच्छे समय का स्वागत करें।
Disclaimer:
यह लेख ज्योतिषीय मान्यताओं और पंचांग की गणनाओं पर आधारित है। इसका उद्देश्य केवल जानकारी देना है। किसी भी प्रकार का निर्णय लेने से पहले योग्य ज्योतिषी या विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।