Protein की कमी से हो सकती हैं 5 बीमारियां, समय रहते पहचान लें लक्षण; बचाव में होगी आसानी
Protein की कमी शरीर में कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। जानें 5 प्रमुख बीमारियां, उनके लक्षण और बचाव के तरीके – पूरा मार्गदर्शन इस लेख में।

हमारे शरीर के सुचारु संचालन और मांसपेशियों की मजबूती के लिए प्रोटीन (Protein) अत्यंत आवश्यक है। यह शरीर की हर कोशिका का मूलभूत घटक है और हमारी त्वचा, बाल, हड्डियों, हार्मोन्स और एंजाइम्स का निर्माण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency) गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है?
भारत में लाखों लोग ऐसे हैं जो रोज़ाना की डाइट में पर्याप्त प्रोटीन नहीं ले पाते, खासतौर पर वेजिटेरियन और बुज़ुर्ग वर्ग। यह समस्या धीरे-धीरे कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। इस लेख में हम जानेंगे प्रोटीन की कमी से होने वाली 5 आम बीमारियां, उनके लक्षण और समय रहते कैसे इनसे बचा जा सकता है।
1. कुपोषण (Malnutrition) – बच्चों और वृद्धों में आम
जब शरीर को ज़रूरत के अनुसार पोषण नहीं मिलता, तो कुपोषण की स्थिति बनती है। अगर डाइट में पर्याप्त प्रोटीन नहीं है, तो शरीर ऊर्जा की पूर्ति के लिए मांसपेशियों को तोड़ने लगता है।
लक्षण:
- वजन तेजी से घटना
- शरीर में सूजन (विशेषकर पैरों में)
- शरीर में कमजोरी और थकान
- बालों का झड़ना
बचाव:
- बच्चों को दाल, दूध, अंडा, और पनीर देना चाहिए।
- बुज़ुर्गों को हर रोज़ दाल या सोया प्रोटीन युक्त भोजन लेना चाहिए।
2. मांसपेशियों की कमजोरी (Muscle Wasting)
प्रोटीन शरीर की मांसपेशियों की मरम्मत और निर्माण में मदद करता है। इसकी कमी से मांसपेशियां धीरे-धीरे सिकुड़ने लगती हैं।
लक्षण:
- सामान्य से अधिक थकान
- शरीर की ताकत में गिरावट
- भारी चीजें उठाने में कठिनाई
बचाव:
- हाई प्रोटीन फूड जैसे कि चिकन, टोफू, सोया, अंडा और दालें खाएं।
- नियमित एक्सरसाइज करें जिससे मांसपेशियां सक्रिय रहें।
3. एनीमिया (Anemia) – खून की कमी
प्रोटीन की कमी से शरीर में रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन घट जाता है, जिससे आयरन की कमी और एनीमिया हो सकता है।
लक्षण:
- त्वचा का पीला पड़ना
- चक्कर आना और सिरदर्द
- सांस फूलना
- दिल की धड़कन तेज़ होना
बचाव:
- प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों के साथ आयरन से भरपूर आहार जैसे हरी पत्तेदार सब्जियां, गुड़ और चुकंदर लें।
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी (Weak Immunity)
प्रोटीन इम्यून सिस्टम के सेल्स को बनाने में सहायता करता है। इसकी कमी से शरीर बार-बार बीमारियों की चपेट में आ सकता है।
लक्षण:
- जल्दी-जल्दी सर्दी-जुकाम होना
- घाव देर से भरना
- बुखार या संक्रमण बार-बार होना
बचाव:
- मूंग दाल, राजमा, अंडे और दूध का सेवन करें।
- विटामिन C और जिंक युक्त आहार लें जिससे इम्यूनिटी और बेहतर हो।
5. मानसिक कमजोरी और मूड स्विंग्स
प्रोटीन में मौजूद अमीनो एसिड्स ब्रेन के न्यूरोट्रांसमीटर्स को नियंत्रित करते हैं। इनकी कमी से डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और एकाग्रता में गिरावट आ सकती है।
लक्षण:
- मानसिक थकान
- उदासी या चिड़चिड़ापन
- चीजें भूल जाना
- ध्यान केंद्रित न कर पाना
बचाव:
- हर दिन संतुलित मात्रा में प्रोटीन लें।
- नट्स, बीन्स और डेयरी उत्पाद ब्रेन हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं।
प्रोटीन की सही मात्रा क्या होनी चाहिए?
- एक सामान्य वयस्क को प्रति किलो वजन के अनुसार 0.8 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है।
उदाहरण: अगर आपका वजन 60 किलोग्राम है तो आपको लगभग 48 ग्राम प्रोटीन प्रतिदिन चाहिए।
- बच्चों, गर्भवती महिलाओं और एथलीट्स को अधिक मात्रा में प्रोटीन की जरूरत होती है।
कौन से हैं बेहतरीन प्रोटीन स्रोत?
शाकाहारी स्रोत (Vegetarian):
- दालें (मूंग, मसूर, चना)
- सोया और टोफू
- पनीर
- दूध और दही
- नट्स और सीड्स
मांसाहारी स्रोत (Non-Vegetarian):
- अंडा
- चिकन
- मछली
- रेड मीट
समय रहते चेत जाएं
प्रोटीन की कमी धीरे-धीरे शरीर को अंदर से खोखला करती है। इसका असर लंबे समय तक चलता है और कई बार इसके लक्षण सामने आने में समय लग सकता है। इसलिए संतुलित आहार और जीवनशैली पर ध्यान देना बेहद जरूरी है।
डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी और जागरूकता के लिए है। किसी भी तरह की चिकित्सकीय समस्या या डाइट में बदलाव के लिए कृपया अपने डॉक्टर या विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। लेख में दी गई जानकारी किसी पेशेवर सलाह का विकल्प नहीं है।