Traffic Challan: स्मार्टफोन में रखेंगे ये 2 सरकारी Apps, तो चाहकर भी चालान नहीं काट पाएगी ट्रैफिक पुलिस!
अब ट्रैफिक पुलिस आपके डॉक्यूमेंट्स न होने पर भी चालान नहीं काट सकती, अगर आपके पास हैं ये दो सरकारी ऐप्स—DigiLocker और mParivahan। जानें कैसे बचें चालान से।

अगर आप भी ट्रैफिक पुलिस की चालान की कार्रवाई से बचना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत फायदेमंद है। अब आप अपनी गाड़ी के दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप में साथ रखकर फिजिकल कागज़ों की झंझट से बच सकते हैं। भारत सरकार की दो सरकारी मोबाइल ऐप्स—DigiLocker और mParivahan—के ज़रिए आप वैध डॉक्यूमेंट दिखाकर चालान से बच सकते हैं।
कौन-कौन से हैं ये दो जरूरी सरकारी Apps?
1. DigiLocker (डिजी लॉकर)
DigiLocker भारत सरकार की एक डिजिटल सेवा है, जहाँ आप अपने दस्तावेज़ जैसे ड्राइविंग लाइसेंस, RC (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट), बीमा आदि को स्टोर और एक्सेस कर सकते हैं।
- ऑफलाइन मोड में भी डॉक्यूमेंट दिखा सकते हैं
- सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त
- आधार से लिंक कर तुरंत दस्तावेज़ अपलोड
2. mParivahan (एम परिवहन)
यह ऐप Ministry of Road Transport and Highways द्वारा लॉन्च किया गया है, जो वाहन और ड्राइवर से जुड़ी सभी जानकारी देता है।
- वाहन नंबर से पूरी जानकारी
- ड्राइविंग लाइसेंस की वैधता
- RC, इंश्योरेंस आदि का विवरण
ट्रैफिक पुलिस क्यों नहीं काट सकती चालान?
भारत सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यदि कोई व्यक्ति इन दोनों ऐप्स में वैध दस्तावेज़ दिखाता है, तो उससे फिजिकल पेपर नहीं मांगे जा सकते।
Motor Vehicles Act, 1988 की धारा 139A के तहत डिजिटल दस्तावेज़ वैध माने गए हैं।
मान्य दस्तावेज़:
- डिजिटल ड्राइविंग लाइसेंस
- डिजिटल RC
- डिजिटल बीमा
- पॉल्यूशन सर्टिफिकेट (PUC)
अगर पुलिस चालान काटे तो क्या करें?
1. ट्रैफिक पुलिस को शांतिपूर्वक DigiLocker या mParivahan ऐप में दस्तावेज़ दिखाएं
2. यदि वे मानने से इंकार करें, तो
o वरिष्ठ अधिकारी से बात करें
o ट्रैफिक कंट्रोल रूम या हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज करें
3. चालान कटने पर आप eChallan वेबसाइट या ऐप से उसका निपटारा कर सकते हैं
कैसे करें दोनों ऐप्स डाउनलोड?
ऐप का नाम |
उपलब्ध प्लेटफॉर्म |
डाउनलोड लिंक |
DigiLocker |
Android / iOS |
Play Store / App Store |
mParivahan |
Android / iOS |
Play Store / App Store |
दोनों ऐप्स को मोबाइल में डाउनलोड करके अपने डॉक्यूमेंट्स को पहले से वेरिफाई कर लें, ताकि किसी चेकिंग के वक्त आपको कोई परेशानी न हो।
स्मार्ट ड्राइविंग की दिशा में एक कदम
डिजिटल इंडिया अभियान के तहत ट्रैफिक नियमों को स्मार्ट तरीके से लागू करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। अब आपको हर वक्त दस्तावेज़ों का बंडल लेकर चलने की ज़रूरत नहीं, बस मोबाइल में दो ऐप्स रखें और बेफिक्र रहें।
अब फिजिकल कागज़ न होने पर ट्रैफिक पुलिस चालान नहीं काट सकती—बस ज़रूरी है कि आपके पास DigiLocker या mParivahan ऐप में सही और अपडेटेड डॉक्यूमेंट्स हों। तकनीक का सही इस्तेमाल आपकी जेब और समय दोनों को बचा सकता है।