Vaishakh Amavasya 2025: अमावस्या पर इस शुभ मुहूर्त में करें स्नान और दान, होंगे चमत्कारी लाभ
Vaishakh Amavasya 2025 पर जानिए शुभ मुहूर्त, स्नान व दान की विधि, पितृ तर्पण के लाभ और इस दिन से मिलने वाले चमत्कारी फलों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी।

वैशाख अमावस्या हिंदू पंचांग के अनुसार अत्यंत पवित्र और पुण्यदायी तिथि मानी जाती है। यह तिथि पितरों की शांति, दान-पुण्य, और तीर्थ स्नान के लिए विशेष फलदायी मानी गई है। 2025 में यह तिथि विशेष संयोगों के साथ आ रही है, ऐसे में शुभ मुहूर्त में स्नान, दान, जप और ध्यान करने से जीवन में अद्भुत सकारात्मक परिवर्तन हो सकते हैं।
Vaishakh Amavasya 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
- तिथि आरंभ: 27 अप्रैल 2025, रविवार – सुबह 08:12 बजे
- तिथि समाप्त: 28 अप्रैल 2025, सोमवार – सुबह 10:05 बजे तक
- अमावस्या व्रत स्नान-दान का प्रमुख मुहूर्त:
- शुभ काल: 27 अप्रैल को सूर्योदय से 28 अप्रैल के सूर्योदय तक
- पुण्यकाल: सूर्योदय से दोपहर 12:00 बजे तक (27 अप्रैल को)
स्नान-दान का सर्वश्रेष्ठ समय: 27 अप्रैल को सूर्योदय (लगभग 5:45 AM) से लेकर 8:30 AM तक।
Vaishakh Amavasya का धार्मिक महत्व
- पितृ तर्पण एवं श्राद्ध का यह श्रेष्ठ समय होता है।
- तीर्थ स्नान (विशेषकर गंगा, यमुना, सरयू, नर्मदा में) करने से पाप नाश होता है।
- दान करने से अक्षय पुण्य प्राप्त होता है, विशेषकर वस्त्र, अन्न, जल, गाय और छाता आदि का दान।
स्नान एवं दान की विधि
स्नान कैसे करें:
1. प्रातः ब्रह्ममुहूर्त में उठकर शुद्ध होकर तीर्थ या घर पर गंगाजल मिले जल से स्नान करें।
2. "ॐ गंगे च यमुने चैव..." मंत्र का उच्चारण करें।
3. स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें।
दान कैसे करें:
- अन्न, वस्त्र, तांबा, तेल, जूते, छाता, जल से भरे घड़े, पंखा, गुड़, नमक, गाय को चारा।
- पितरों के नाम से ब्राह्मण को भोजन और दक्षिणा दें।
क्या करें इस दिन:
पितरों की शांति के लिए तर्पण करें
मंदिर में दीप दान करें
गरीबों को भोजन कराएं
तुलसी या पीपल के पेड़ की पूजा करें
गीता पाठ, विष्णु सहस्त्रनाम, महामृत्युंजय जाप करें
क्या न करें:
मांसाहार और नशे से दूर रहें
झूठ बोलने और विवाद से बचें
पेड़-पौधों को न काटें
रात को देर तक जागने से बचें
Vaishakh Amavasya के चमत्कारी लाभ
- पितृ दोष शांति और पूर्वजों का आशीर्वाद
- रोग, दरिद्रता और संकट से मुक्ति
- संतान प्राप्ति में लाभ
- व्यापार और नौकरी में उन्नति
- मन की शांति और आध्यात्मिक उन्नति
Vaishakh Amavasya 2025 एक दुर्लभ संयोग लेकर आ रही है। इस दिन यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक स्नान, दान, जप और तर्पण किया जाए, तो निश्चित ही जीवन में सकारात्मक बदलाव आता है। यह दिन पितरों की कृपा पाने का श्रेष्ठ अवसर है, इसे हाथ से न जाने दें।